*पूर्व मध्य रेलवे का पोस्ट ऑफिस के डाकिया से नोटिस मिलने के बाद हार्ट अटैक से मृत्यु।
अशोक मद्धेशिया क्राइम
जासूस संवाददाता
*स्थानीय प्रशासन के उदासीन रवैया से ,पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों को मिल रहा हैं बल। अब रहवासियों को डाक से भेजा जा रहा है नोटिस, नोटिस पा कर हार्टअटैक से 45 वर्षीय महिला की मौत, प्रीत नगर वासियों में भय का माहौल।*
चोपन/ सोनभद्र चोपन में अब स्थानी प्रीत नगर क्षेत्र के सैकड़ों रहवासियों को पूर्व मध्य रेलवे चोपन अब पंजीकृत डाक से नोटिस भेजकर जमीन खाली करने को कह रहा है । नोटिस मिलने से प्रितनगर वासी जगवन्ति देवी पति रामचंद्र कनौजिया उम्र 45 वर्ष नोटिस पकड़ते ही हार्ड अटैक से मौत। स्थानीय निवासियों में आक्रोश व हड़कंप मचा है ।। मिली जानकारी के अनुसार पांच छह दशक बाद रेलवे को अब यहां अपनी जमीनों की सुध आई है और अब वह 1960 के दशक में खरीदी गई जमीनों को तलाशने की कवायद में जुटा हुआ है विकास के दौर में रेलवे का विस्तारीकरण की कई योजनाओं को अमलीजामा बनाना चाहता है इसका कार्य प्रगति पर है लेकिन विकास के लिए भूमि की कमी आड़े आ रही है कागजों पर तो रेलवे के पास पर्याप्त जमीन हैं लेकिन मौके पर तस्वीर कुछ और ही है प्रीत नगर क्षेत्र में पिछले कई दशकों से रह रहे रहवासियों ने अपने जीवन भर की कमाई जोड़ अपना मकान बना रखे हैं जिसमें सैकड़ों परिवार रह रहे हैं और रोजी रोजगार चला रहे हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी भारी संख्या में लोगों के मकान बने हुए हैं मुख्य बाजार से प्रीत नगर तक की पूर्व पटरी में इन्हीं जमीनों के अधिकांश हिस्से को रेलवे कागजों मैं अपना बता रही है पूर्व में कई बार स्थानीय रेल अधिकारी दल बल के साथ इन्हीं जमीनों को अपना बताते हुए 1962 के अपने नक्शे के मुताबिक मौजूदा रहवासियों को।
अतिक्रमण करार देते हुए उन्हें भूमि को खाली करने का नोटिस दे रही है जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है जानकार बताते हैं कि वर्तमान में रेलवे के कागजातों और राजस्व विभाग की भू अभिलेखों के कागजातों में भारी अंतर है रेलवे इन कागजातों में यहां रेल भौमिक हैं वहीं राजस्व विभाग के भू अभिलेखों में रह वासियों की रजिस्ट्री सुधा जमीनें हैं रहवासी अपनी जमीन किसी भी हालत में छोड़ने को तैयार नहीं है कई बार फोर्स दल बल के साथ गए रेल अधिकारियों को भारी जन विरोध के चलते बैरंग लौटना पड़ा अब और रेल अधिकारी अपना कानूनी पक्ष मजबूत करते हुए रहवासियों को अवैध अतिक्रमण की नोटिस पंजीकृत डाक से भेज रहे हैं जो लोग को मिलनी शुरू हो गई है पूरे प्रकरण जिला अधिकारी सोनभद्र के साथ ही शासन प्रशासन के संज्ञान में भी है यदि समय रहते इसे गंभीरता से इसका समाधान नहीं किया गया तो भविष्य में उम्भा जैसे कांड की पुनरावृति हो सकती है।।