गुरु पूर्णिमा आज,सावन मास में नहीं होगें कोई भी धार्मिक कार्यक्रम।
(संवाददाता मुस्तकीम खान सोनभद्र)
जनपद में गुरु पूर्णिमा का पर्व व कावड़ यात्रा का पर्व भक्ति भाव ,श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता था। गुरु आश्रमों को आकर्षक ढंग से सजाया जाता था, लोगों की चहल पहल भीड़ भाड़ रहता था।गुरु के एक झलक पाने के लिए शिष्य अपने बारी का इंतजार करते हुए लाइन में लगा रहते थे और चरण छू कर निहाल हो जाते थे ।गुरु के द्वारा गुरु-शिष्य के बीच होने वाले सम्बन्धो की महत्ता पर प्रकाश डाला जाता था।परन्तु हाय रे कोविड19 ,दो गज दूरी,मास्क है जरूरी के चलते गुरु -शिष्यों के मेल मिलाप पर भी ग्रहण लगा दिया।हर गाँव से लोगों का जत्था अड़गड़ानंद आश्रम चुनार,स्वामी सत्यानन्द आश्रम रौप जाया करते थे और अपने गुरु का आशीर्वाद प्राप्त कर निहाल हो जाते थे।परंतु आश्रम से फरमान जारी कर दिया गया है कि इस बार भी भण्डारे का आयोजन नहीं हो रहा है, कोविड गाइड लाइन के अनुसार भीड़ भाड़ वाले धार्मिक कार्यो पर प्रतिबंध लगाया गया है।सावन मास में निकलने वाली कावड़ यात्रा पर ग्रहण लग गया है।हर गाँव के काँवरिया अपने अपने गांवों में भोलेनाथ का श्रद्धा से जलाभिषेक कर पूजन अर्चन करेगें।
बता दें प्रत्येक वर्ष गॉवों से काँवरिया का जत्था गेरूआ रंग में सज धज कर कावर लेकर बोल बम के धुनि लगाते बाबाधाम, शिवद्वार धाम बाबभोले नाथ को जलाभिषेक करने जाया करता था परन्तु कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष भी पाबंदी लगाई गई है।कोविड19 गाइड लाइन के अनुसार ऐसे कोई भी कार्यक्रम धार्मिक नहीं किया जायेगा।ऐसे में कावड़ यात्रा पर जाने वालों में घोर निराशा देखी जा रही है।