सोनभद्र

13 साल की मासूम बच्ची की दोगुनी उम्र वाले से कराई जा रही थी शादी, बाल संरक्षण टीम को देख फरार हुए बाराती

राकेश केसरी

विंढमगंज सोनभद्र थाना क्षेत्र के अंर्तगत फुलवार गांव में बीते गुरुवार की शांम ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जरिए 13 साल की मासूम की दोगुने उम्र वाले व्यक्ति से शादी कराने के प्रयास का मामला सामने आया है। हैरत में डालने वाली बात यह है कि पिता स्वर्गिय राजकुमार विश्वकर्मा के न होने और मां के पास छह बच्चों के भरण-पोषण की समस्या का फायदा उठाकर, नाबालिग लडकी के चाचा नन्दु विश्वकर्मा पुत्र सुकूल विश्वकर्मा ने ही दलालों के जरिए राजस्थान के व्यक्ति से उसका मोटी रकम लेकर सौदा करा डाला। बीते बृहस्पतिवार की शांम राजस्थान के लोग शादी करने पहुंचने ही वाले थे लेकिन इसकी सूचना बाल संरक्षण टीम को लग गई और टीम मौके पर पहुंच गई।मामला गडबड की सुचना पर बराती कहीं रास्ते में ही रुक गई
मामले की गंभीरता से लेते हुए जिला बाल संरक्षण अधिकारी पुनीत टंडन ने जिला बाल संरक्षण इकाई की अधिकारी गायत्री दुबे, परामर्शदाता सुधीर कुमार शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता रोमी पाठक, ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे की टीम ने थाना प्रभारी निरीक्षक सूर्यभान से संपर्क किया, तो वह भी हेड कांस्टेबल विजय शंकर, महिला कांस्टेबल आराधना यादव के साथ फुलवार पहुंच गए। टीम ने देखा कि शादी की तैयारी चल रही थी। जांच में पता चला कि पिता की मृत्यु पांच वर्ष पहले ही हो गई है। इस पर किशोरी की मां और चाचा से बालिका के उम्र के संबंध में साक्ष्य मांगा गया, तो उन्होंने कोई भी साक्ष्य उपलब्ध कराने में असमर्थता जता दी। कार्रवाई में स्कूल से हुई उम्र की पुष्टि पूछताछ में मालूम हुआ कि पीड़िता कक्षा आठ तक पूर्व माध्यमिक विद्यालय फुलवार से पढ़ी हुई है। टीम ने तत्काल विद्यालय के प्रधानाध्यापक से संपर्क किया। वहां से जारी प्रमाण पत्र के अनुसार उसकी उम्र 13 वर्ष चार माह पाई गई। वहां मौजूद बालिका की मां बुधनी देवी, चाचा नन्दु विश्वकर्मा और रिश्तेदारों को बाल विवाह कराना अपराध बताते हुए उनसे लिखित सहमति ली गई कि बालिका की उम्र 18 वर्ष होने के बाद ही उसकी शादी करेंगे। इससे पहले शादी का प्रयास करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी

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