उत्तर प्रदेश

मीरजापुर*जय श्रीराम के जयकारे से गुंजायमान हो उठा परिसर*

मीरजापुर*जय श्रीराम के जयकारे से गुंजायमान हो उठा परिसर*

*देश देश के राजाओं के आगमन को देख मस्त हुए दर्शक*

पड़री, मीरजापुर। पहाड़ी ब्लाक के धरमदेवां गांव में रामलीला के दूसरे दिन रविवार को धनुष यज्ञ का मंचन किया गया। जहां प्रार्थना व आरती के बाद लीला का शुरुआत श्रीरामचरितमानस की चौपाई विगत निशा रघुनायक जागे, बंधु बिलोकि कहन अस लागे से हुई। जिसके बाद दोनों भाई नित्यक्रिया करके अपने गुरु

विश्वामित्र के पास गए। राजा जनक ने अपने गुरु शतानंद से विश्वामित्र को उनके दोनों शिष्यों सहित आने का आमंत्रण भेजा इसी क्रम में अन्य दूर-दूर के देश देश के राजा धनुष तोड़ कर सीता से विवाह करने के लिए अपनी वीरता दिखाते हुए मंच पर आ रहे थे। जिसे देखकर दर्शक झूम उठे। जिसके बाद दोनों शिष्य अपने गुरु विश्वामित्र के साथ जनक के दरबार में पहुंचे। जिन्हें सबसे ऊंचा आसन देकर राजा जनक ने बैठाया। उसके बाद अपनी प्रतिज्ञा को सुनाया फिर दूर दूर से आए देश के राजा शिव धनुष को तोड़ने के लिए जा रहे थे किंतु किसी को सफलता नहीं मिली। जिसे देख जनक को

काफी विक्षोभ हुआ कि अब तो हमारी सीता का विवाह ही नहीं होगा, लगता है विधाता ने सीता का विवाह ही नहीं लिखा है। यह पृथ्वी वीरों से खाली हो गई है। राजा जनक की यह बात मंच पर बैठे लक्ष्मण को अच्छा नहीं लगा। जिसके बाद उन्होंने जनक दरबार में जनक से बहुत कुछ कह दी। जिसके बाद जनक ने कहा कि यह धनुष वज्र से भी कठोर है और यह सुकुमार इसे कहां से तोड़ पाएंगे। जिस पर विश्वामित्र ने भरोसा दिलाया कि यही सुकुमार ताड़का सुबाहु जैसे राक्षसों का वध कर चुके हैं, आप चिंता ना करें। गुरु के आदेश को मिलते ही बड़े ही सहज भाव में राम ने धनुष को तोड़ दिया। धनुष टूटते ही प्रभु श्री रामचंद्र जी के जय जय कार से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। जहां राम का रोल हेमंत मिश्रा, लक्ष्मण का विनय मिश्रा, विश्वामित्र का पीतांबर मिश्रा, जनक का रामानंद मिश्रा, रावण का कान्हा दूबे, वाणासुर का आलोक दुबे, नारद अनुराग दूबे, वहीं राजाओं में मुख्य रूप से चुन्नीलाल, दिल्लूलाल, अरविंद कुमार दुबे, जितेंद्र आदि थे। जबकि डांसर रमेश उर्फ बिजुली रानी ने रावण दरबार में अपनी कलाओं का जादू बिखेरा। धनुष

टूटने के बाद सीता ने राम को तथा राम ने सीता को जय माल पहनाया। वहीं वालेंटियर शौकत अली, आशिक अली, जोखू आदि बखूबी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। जहां रामलीला के अध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी तथा डायरेक्टर ओम प्रकाश दूबे व सुभाष मिश्रा मौजूद रहे।

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