मां भारती के महान सपूतों का बलिदान देश की हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत: द्वारिका नागर।

उमेश सागर, शक्तिनगर,
सोंनभद्र
शक्तिनगर। 23 मार्च को देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लोहा लेते हुए अपने प्राणों की कुर्बानी देने वाले शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव सिंह ने कभी भी अंग्रेजों के आगे झुकना नहीं सीखा और वे हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए। मां भारती के इन महान सपूतों का बलिदान देश की हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। उक्त बातें स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव अंतर्गत बुधवार को चिल्काटांड मार्केट शक्तिनगर में आयोजित भारत माता की आरती व पूजन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर द्वारिका नागर ने कही।
बुधवार दोपहर चिल्का ट्रांड मार्केट शिव मंदिर से भारत माता व झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की झांकी के साथ जुलूस निकालकर नगर भ्रमण करते हुए मंदिर प्रांगण में मां भारती की भव्य आरती व पूजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हरिश्चंद्र यादव व मुख्य अतिथि कामता प्रसाद ने उपस्थित जनसमूह का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि भारत माता के लिए समय समय पर हमसे जो भी समाज के लिए बने वो निस्वार्थ भाव से अच्छे कार्य करने चाहिए। हमें ऐसी शहादत पर गर्व हैं जो देश के काम आए। हमें ऐसे शहीदो की शहादत से प्रेरणा लेनी चाहिए। सबसे पहले हमें स्वयं की समाज के प्रति सोच बदलनी होगी तभी हम राष्ट्र प्रेम के प्रति समर्पित हो सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सतीश चंद्र तिवारी, भोला प्रसाद दुबे, राघवेंद्र प्रताप सिंह, आरएन पाठक, ग्राम प्रधान हीरालाल, पवन सोनी, दिव्यांशु मिश्रा, रितेश शर्मा, उमेश सागर, गुप्तेश्वर सोनी, माधुरी मिश्रा, सुनीता दुबे सहित भारी संख्या में जनता उपस्थित रही।