मोहर्रम की 10 तारीख को हुसैन की शहादत में पूरे अकीगत के सात जुलुस शांतिपूर्वक निकाल गया
बग्घा सिंह /असफाक कुरैशी
बीजपुर /सोनभद्र / मुहर्रम के तहत आज राजो,खमरिया,जरहा कई पर का जुलूस निकाला गया. जुलूस में मुस्लिम समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. शहर या हुसैन के नारों से गूंज उठा. ताजिया जुलूस को देखते हुए सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी. मातमी धुनों के साथ प्रमुख स्थान पाई नूरिया मोहल्ला, से सहित दर्जनों स्थानों से ताजिया निकाले गये. ताजियों का जुलूस मुख्य बाजार से होते हुये स्वागत द्वार पर जाकर संपन्न होगा. मुस्लिम समाज के युवा ढोल पीट कर प्रदर्शन करते नजर आए. ताजिये के जुलूस को देखते हुए मुस्लिम की तरफ से जगह-जगह मीठे पानी की खीर, खिचड़ी वितरण की व्यवस्था की गई थी. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने अतिरिक्त जाब्ता लगाया था. जुलूस
इस्लाम धर्म की मान्यता के अनुसार हजरत इमाम हुसैन 72 साथियों संग मुहर्रम की 10 तारीख को मैदान-ए कर्बला में शहीद कर दिए थे. इस्लाम को बचाने के लिए हजरत इमाम हुसैन ने मुहर्रम में यजीद से जंग की थी. इस्लामी कैलेंडर के पहले महीने मुहर्रम में 10 दिन खास होते हैं. इमाम हुसैन की शहादत और कुर्बानी को मुहर्रम में याद किया जाता है. मुहर्रम के मौके पर चांद रात से ही धार्मिक आयोजन शुरू हो जाते हैं
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