अल्ट्राटेक कंपनी द्वारा यात्री सेड बना शोपीस निर्माण का अभिप्राय अंधेरे का फायदा नशेड़ी एवं चोर उचक्के उठा रहे है

अनिल जायसवाल
डाला सोनभद्र- स्थानीय डाला नगर पंचायत एवं अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के आवासीय परिसर गेट पास माचिस के डिब्बे जैसे बना बस स्टैंड ( सेड ) यात्रियों या स्थानीयों संग आँख मिचोली कर खानापूर्ति किया । रात्रि के समय यात्रीयों को बना रहता है भय।
अक्ट्राटेक सीमेन्ट यूनिट डाला शाहिद स्थल जहां निजी कंपनी अल्ट्राटेक द्वारा यात्रियों के लिए सेड के रूप में खाना पूर्ति तो की ही गयी। वही देख रेख भी अपने अधिकार से बंचित रक्खा। अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री युनिट डाला के सौजन्य से डाला शहिद स्मारक के समाने वाराणसी शक्ति नगर राज्य मार्ग पर अल्ट्राटेक आवासीय परिसर गेट से महज 50 से 60 मीटर दूरी पर एक बस स्टैंड (सेड)
का कई वर्षों पहले पुराने बस स्टैंड को क्षती ग्रत कर नव निमार्ण करवाया गया जो एक माचिस के डिब्बे के आकार से बड़ा नही है और उसका उद्घाटन भी सदर विधायक भुपेश चौबे के द्वारा किया गया था जो आज शो पिस बन कर रह गया है बताते चलें कि बस स्टैंड केवल नाम के लिए बनाया गया है। जिससे लोगों में जनहित का विकास दिखाया जा सके।
डाला बाजार मादक पदार्थो के बिक्री के सम्बंध में विख्यात है। जहां दिन रात नए नए अराजकता से भरे नशा विक्रेता व पीने वाले आते रहते हैं। देखा जाय तो शाहिद स्थल पर सड़क के पच्छिम पटरी पर बना यात्री सेड अपने होने पर पश्चाताप कर रहा है। सफाईं तो दूर कोई पूछने वाला नही है। डाला बाजार में दूर दराज से व निजी कंपनी में काम करने वाले मजदूर इस रास्ते से गुजरने में कतराते है। आये समय यहां मादक पदार्थ बिक्रेताओं द्वारा और पीने वालों द्वारा लूट पाट हो जाया करते हैं । इस रास्ते में रेनुकूट से होकर ओबरा जाने वाले भी अंधेरे को देख कर भयभीत हो जाते हैं ।
भय ब्याप्त इस यात्री सेड में रात्रि के समय जल्दी कोई खड़ा नही होना चाहता। क्यों कि अंधेरा और गंदगी मजबूर करता है कि हम कैसे बैठे। टूटी हुई कुर्सियां चीख चीख कर कहती हैं कोई हमको भी देख लिया करो।