मीरजापुर:प्रधान डाकघर में जबरन बनवाया गया हस्ताक्षर, डाक सहायक नाराज
मीरजापुर। प्रधान डाकघर मिर्जापुर बहुत समय पहले से ही चर्चा में रहा है कि यहां फ्राड सबसे अधिक मात्रा में किया जाता है। इस समय करोड़ों का फ्रॉड प्रधान डाकघर के माध्यम से किया गया है। जिसका खुलासा करना डाक विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। बता दें कि प्रधान डाकघर में कार्यरत डाक सहायक अनुराग दुबे से सीआई ज्ञानेंद्र कुमार पहले भी 20000 रुपए फिर 50,000 रुपए, उसके बाद 200000 रुपये घूस के लिए मांग की। जिसे न देने पर सीआई श्री ज्ञानेंद्र कुमार ने कार्यवाही करने की धमकी दी। यह घटना 8 दिसंबर 2021 किसान की है। वहीं 17 दिसंबर को डाक सहायक अनुराग दुबे को अभी 3 साल भी पूरा नहीं हुआ किंतु डाक अधीक्षक आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा जबरन चोपन उप डाकघर में भेजा जा रहा है। जिससे डाक सहायक अनुराग दुबे दुखी है। जिससे बातचीत करने पर पता चला कि वह अपने अधीक्षक डाकघर मिर्जापुर तथा उनके कर्मचारियों तथा पोस्ट मास्टर के द्वारा मेरे प्रति की गई दुर्व्यवहार आदि वह अपनी बातों को उच्च अधिकारियों से जाकर उनसे मिलकर सारी शिकायत करेगा तथा न्याय की गुहार लगाएगा। अब यह देखना है कि क्या अनुराग दुबे को न्याय मिलता है या फिर सजा मिलता है।
किस लिए मांगा जा रहा है घुस
मीरजापुर। इस संबंध में जब अनुराग दुबे से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मैं 15 अक्टूबर 2014 को शाखा डाकपाल विदापुर कछवा का पदभार ग्रहण किया था। जिसके बाद विभागीय परीक्षा देकर डाक सहायक का पदभार हमें मिला। जिसकी नियुक्ति प्रधान डाकघर मिर्जापुर में हुई थी। नियुक्ति के बाद होम ट्रेनिंग अधीक्षक कार्यालय के ऊपर बने रूम में हो रही थी। जहां से निकलने के बाद सीआई श्री ज्ञानेंद्र कुमार उस समय चुनार के एसडीआई पद पर भी थे। उन्होंने हमसे पहले 20000 रुपये की मांग की। उसके कुछ दिन बाद 50000 रुपये की मांग की। जिसे न देने से नाराज होकर 8 दिसंबर 2021 को मुझसे 200000 रुपये की मांग की गई। जिसे ना देने के कारण मुझ पर रूल 16 तथा चोपन भेजने की मेमो जारी करवा दी गई।