अपने दुर्दशा पर आशु बहाती पगिया पानी टंकी

मुस्तकीम खान ,,सोनभद्र
स्थानीय विकास खण्ड के पगिया गांव में बनी पानी की टंकी अपने दुर्दशा पर आंशु बहाने को मजबूर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जल निगम से पगिया गांव के लिए 1962 में टंकी का निर्माण कार्य किया गया था।जहाँ के ऑपरेटर छन्नू गिरी थे।जो अब 2016 में रिटायर हो कर जल निगम की देखभाल कर रहे थे। श्री गिरी ने बताया कि पगिया ग्राम समूह पम्प जल का उद्घाटन धर्म दत्त बैद के द्वारा 1962 में किया गया था।पगिया वासियों में बहुत उत्साह था।छन्नू गिरी ने बताया कि पानी का कनेक्शन तो ग्रामीणों को दे दिया गया
परंतु बिल वशूली में सिथलता बरती गई।आज यह जल निगम अपने दुर्दशा पर आंशु बहाने को मजबूर हो गया है। वर्तमान समय में टंकी के रख रखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को दे दी गई।इस सम्बंध में ग्राम प्रधान नागेंद्र मौर्य ने बताया कि जर्जर हालत में मोटर व भवन है।ग्राम पंचायत से कई बार मोटर बदला गया परंतु आये दिन जल जा रहा। ग्रामवासियों के द्वारा निर्धारित जल शुल्क लेने की कोशिश गई परंतु ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हुई। किसी के द्वारा निर्धारित शुल्क नहीं जमा किया जा रहा है।इस सम्बंध में खण्ड विकास अधिकारी से फोन के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई परंतु वीडियो ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।जबकि योगी सरकार का फरमान जारी है कि सम्बंधित अधिकारी कॉल उठायें।इस सम्बंध में एडीओ पंचायत बृजेश सिंह ने बताया कि जानकारी में पानी की समस्या के लिए ग्राम विकास अधिकारी स्मृता यादव को पानी समस्या के समाधान के लिए कहा गया है।जल्द समस्या पानी की दूर हो जायेगी।