टीनशेड के निचे सोने को मजबूर.. जिम्मेदार कौन

अनिल जायसवाल
डाला सोनभद्र- मौसम के बदलते ही तापमान लगभग 8 डिग्री के नीचे लुढ़क रहा और इतनी कड़ाके की ठंड पड़ना शुरू हो गया हैं जिसे देख लोग अपना काम निपटाकर घरों में दुबक ले रहे हैं
लेकिन वही डाला बाजार के रामलीला मैदान के टीन शेड के निचे एक विछिप्त व्यक्ति सोने को मजबूर हैं। लोगों द्वारा बताया गया कि यह यहाँ अक्सर सोया करता हैं जबकि पुलिस चौकी से महज लगभग सौ मीटर की दूरी पर रामलीला मैदान हैं लेकिन इस गरीब को ना नगर पंचायत के तरफ से ध्यान दिया गया और ना ही कोई जनप्रतिनिधि आगे आए और मजे की बात यह है रात में गश्त करते हुए प्रशासन को भी नही दिख रहा हैं।
डाला नगर पंचायत बाजार के अधिशासी अधिकारी का ध्यान केवल वाहवाही लूटने लगे हैं और जब भी इस तरह मामले में उनसे पूछा जाता हैं तो बस एक ही रटारटाया जवाब मिलता हैं कि दिखवाता हूँ साथ ही गस्त करने वाली डाला पुलिस भी अपनी जिम्मेदारी से परे हैं अगर वो अपनी जिम्मेदारियों को समझ कर इस कड़ाके की ठंड में सो रहे गरीब व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर भेज सकती थी लेकिन वह भी अनजान बने हैं ।
उपरोक्त मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी ने भले ही सभी जिलों के अफसरों को सख्त हिदायत दे रखा है कि ठंड में कोई भी खुले में ना सोए। लेकिन डाला नगर पंचायत क्षेत्र में तैनात अधिकारियों को न सूबे के मुखिया के आदेश की परवाह है और न उनके भीतर कोई मानवता बची है।
आपको बतादूँ कि अल्ट्राटेक सीमेंट कम्पनी भी हैं जो केवल दिखावा करके वाहवाही बटोरने में लगी अगर उनके भी इरादे नेक होते तो शायद इस मासिंक विछिप्त व्यक्ति को इस कड़ाके के ठंडी से राहत दिलवा सकती हैं लेकिन इनका भी वही हाल हैं नाम बड़े दर्शन छोटे।
अब यहां सवाल यह उठता है कि आखिर इस गरीब विछिप्त व्यक्ति के ऊपर इस कड़ाके की ठंड में सोने पर किसी का ध्यान क्यों नहीं है ?