शिक्षकों ने कोरोना से संक्रमित मृतक शिक्षक को कोरोना योद्धा घोषित करके उन्हें सरकार द्वारा सहयोग राशि प्रदान करने की मांग की

शिक्षकों ने कोरोना से संक्रमित मृतक शिक्षक को कोरोना योद्धा घोषित करके उन्हें सरकार द्वारा सहयोग राशि प्रदान करने की मांग की
सोनभद्र::आज दिनाँक 26/09/2020 को बेसिक शिक्षा सोनभद्र के शिक्षक- इंदल कुमार, स0 अ0, प्राथमिक विद्यालय देवरीमय देवरा, नगवां- सोनभद्र की कोरोना संक्रमण के कारण असामयिक मृत्यु हो गयी।शिक्षक इंदल कुमार 13 सितम्बर को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे तथा उनका इलाज एपेक्स हॉस्पिटल वाराणसी में चल रहा था लेकिन आज रात में उनकी मृत्यु हो गयी जिससे पूरा बेसिक शिक्षा परिवार शोकाकुल व कष्ट में है।शिक्षक इंदल की पत्नी भी कोरोना से संक्रमित है तथा उनका भी वाराणसी के एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है,शिक्षक इंदल के एक बेटा और एक बेटी है। बेटा स्नातक में तथा बेटी इंटर में पढ़ रही है। इस मौके पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेश कुमार पांडेय ने कहा कि शिक्षक इंदल कुमार की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हम सबके लिए दुःखद व कष्टदायक है। शिक्षक इंदल कुमार प्रतिदिन विद्यालय जाकर कार्य कर रहे थे इसलिए सरकार को उन्हें कोरोना योद्धा घोषित कर उनके परिवार को सरकार द्वारा निर्धारित सहयोग राशि ₹50 लाख देना चाहिए जिससे उनके परिवार का सही ढंग से जीवन यापन हो सके।जिला महामंत्री रवींद्र नाथ चौधरी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस कोरोना का में हमारे सभी शिक्षक/शिक्षिकाएं दूर विद्यालयों में प्रतिदिन विद्यालय जा रहें है तथा जिसमें शिक्षिकाएं अपने छोटे बच्चों को भी विद्यालय ले जाने को मजबूर हैं जिससे शिक्षक/ शिक्षिकाओं के साथ- साथ उनके परिवार को संक्रमण होने का खतरा बढ़ गया है, जिसके सम्बन्ध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सभी शिक्षकों के विद्यालय में उपस्थिति को शासनादेश,शिक्षा निदेशक (बेसिक),उ0 प्र0 लखनऊ के पत्रांक-शि0नि0(बे0)/38938-39031/2020-21 08/09/20 के तहत 50% करनी चाहिए। इस मौके पर उपस्थित संरक्षक जय प्रकाश राय संगठन मंत्री प्रशांत चतुर्वेदी जिला उपाध्यक्ष उमेश चतुर्वेदी ब्लॉक अध्यक्ष मनीष शर्मा प्रचार मंत्री मोहित लांबा संगठन मंत्री अंकित शुक्ला उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल संगठन मंत्री नवीन गुप्ता एवं अन्य शिक्षक साथी मौजूद रहे अंत में जिलाध्यक्ष योगेश पांडे ने यह कहा कि हम शिक्षकों के साथ शासन प्रशासन एवं विभाग सौतेला व्यवहार कर रहा है क्योंकि एक तरफ सभी कर्मचारियों के लिए 50% की उपस्थिति एवं online कार्य की अनिवार्यता की गई है और एक तरफ शिक्षकों के लिए 100% उपस्थिति अनिवार्य की गई है जबकि विद्यालय में बच्चे भी नहीं आ रहे हैं इस तरह का जानलेवा शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि इस कोविड महामारी में सभी की जान बचाना शासन प्रशासन की पूर्णतया जिम्मेदारी है।