खूनी सड़क ने फिर निगल लिया एक और जिंदगी
25 किलोमीटर गढ्ढे वाली सड़क बनी काल गढ्ढा मुक्त की है दरकार
बग्घा सिंह,
बीजपुर(सोनभद्र) थाना क्षेत्र अन्तर्गत नकटू जंगल मे सोमवार की रात रिहंद परियोजना से डियूटी कर वापस घर जा रहे एक बाइक सवार की विपरीत दिशा से डियूटी पकड़ने जा रहे बाइक सवार मे जबरदस्त भिड़ंत हो गयी जिसमे एक कि अस्पताल पहुँच कर मौत हो गयी वही दो गम्भीर रूप से घायल हो गए।राहगीरों की सूचना पर पहुँची बीजपुर पुलिस ने तीनो घायलों को उठा कर एनटीपीसी के धन्वन्तरि अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ डॉक्टरों ने एक को मृत घोषित कर दिया और दो की गम्भीर हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सेंटर बैढन के लिए रेफर कर दिया। जानकारी के अनुसार राजेश पाल पुत्र रामरतन पाल उम्र लगभग 28 निवासी नेमना और मनोज बियार उम्र 30 निवासी चपकी रिहंद परियोजना से डियूटी कर एक ही बाइक से रात में घर जा रहे थे कि नकटू जंगल मे विपरीत दिशा से डियूटी पकड़ने आ रहे बाल्मीकि जायसवाल उम्र 52 निवासी पिंडारी की सड़क में हुए गढ्ढा को बचाने के चक्कर मे जबरदस्त भिड़ंत हो गयी।दुर्घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई इस दौरान राहगीरों की सूचना पर पहुँची पुलिस ने गम्भीर रूप से घायल तीनो को उठा कर धन्वन्तरि हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहाँ इलाज के दौरान राजेश पाल निवासी नेमना की मौत हो गयी। प्रत्क्षय दर्शियों ने बताया गया कि दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल मनोज बियार का पेट फट गया है तो बाल्मीकि जायसवाल का हाथ पैर टूट गया है। दुर्घटना के बाद औपचारिक रूप से पुलिस ने मृतक राजेश पाल के शव को कब्जे में लेकर सुबह मंगलवार को पंचनामा के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी दुद्धि के लिए भेज दिया।बताते चले कि बीजपुर से बकरिहवा तक 25 किलोमीटर सड़क पूर्ण रूप से गढ्ढा युक्त हो गयी है कुछ जगह सड़क कहीं कहीं थोड़ा ठीक है तो अक्सर वाहन चालक गाड़ियों को गलत साइट से चल कर गढ्ढे से बचते हुए निकलना चाहते है यही कारण है कि पिछले दो वर्ष में गढ्ढा बचाने के चक्कर मे 25 किलोमीटर की इस गढ्ढा युक्त सड़क पर दो दर्जन से अधिक इन्शान सहित इतने ही बेजुबान पशुओं की दुर्घटना में मौत हो चुकी है अब तो लोगबाग इस सड़क का नाम ही खूनी सड़क रख दिये हैं।