*चोपन रेलवे प्लेटफार्म एक से तीन पर दुर्व्यवस्था का अंबार*
प्लेटफार्म पर इस यात्रियों के असुविधाओं के कौन जिम्मेदार है
चोपन सोनभद्र
अशोक मद्धेशिया
संवाददाता
यूं तो चोपन का रेलवे स्टेशन जनपद का सबसे टॉप और अच्छा स्टेशन माना जाता है कुल मिलाकर चोपन रेलवे स्टेशन में तीन प्लेटफार्म है मगर यहां के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सभी प्लेटफार्म पर कुछ ना कुछ यात्रियों से संबंधित असुविधाएं बनी हुई है जिसका खामियाजा ट्रेन से आने जाने वाले यात्रियों को होता है।
रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर स्वच्छता अभियान के नाम पर ठेकेदार के संविदा कर्मी सिर्फ प्लेटफार्म पर झाड़ू लगाकर चले जाते हैं जबकि आप सभी चित्र में देख सकते हैं कि प्लेट फार्म पर जो भी यात्रियों के लिए सीट बनाए गए हैं बैठने के लिए उन सभी सीटों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ सफाई ठेकेदार के आदमी साफ करना मुनासिब नहीं समझते हैं ऐसा लगता है की रेलवे के हेल्थ अफसर कभी स्टेशन का मुआयना नहीं करते हैं तभी तो सफाई ठेकेदार के सफाई कर्मी अपने मन से ऊपर ऊपर साफ करके चले जाते हैं।
इसी तरह से प्लेटफार्म नंबर दो तीन पर अगोरी लास्ट की तरफ
पेयजल के लिए नाम तो लगे हो मगर नल से पानी नहीं निकल रहा है वहां ट्रेन की जनरल बोगी आकर रूकती है और जनरल बोगी में गरीब या मध्यम यात्री सफर करते हैं उसी ट्रेन से आगे जाने वाले यात्री जिनको पानी की जरूरत होती है वह बोतल लेकर पानी लेने के लिए बिल्ली लास्ट स्टेशन की छोर पर जाकर पानी ले आते हैं जिसमें कभी-कभी ट्रेन चलने लगती है तो वहां अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़ते हैं इस कारण हादसा भी हो जाता है और उसमें लोगों की जानें चली जाती है।
समय रहते स्टेशन अधीक्षक अन्य रेल उच्च अधिकारीयों को जनहित का ख्याल रखते हुए प्लेटफार्म पर साफ सफाई और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराना चाहिए जिससे आने जाने वाले यात्रियों को किसी भी तरह का असुविधा महसूस ना हो