मूलभूत आवश्यकताओं से बंचित है, पूर्व माध्यमिक विद्यालय पगिया
करमा सोनभद्र(मुस्तकीम खान)प्राप्त जानकारी के cc अनुसार कोविड 19 के गाइड लाइन के अनुरूप विद्यालय तो खुलकर बच्चों को विद्या ज्ञान करा रहे हैं।परंतु जहां एक तरफ योगी सरकार द्वारा विद्यालय के कायाकल्प कार्यक्रम चल रहा है।स्वच्छ ,सुंदर रूप धारण करने के बात चल रही है।वही पूर्व प्राथमिक विद्यालय, व प्राथमिक विद्यालय में सुलभ शौचालय व पानी का टोटा है।अपने बदहाली पर आशु बहाने को विवस है।इस सम्बंध में जब मंडल महामंत्री भजपा रविन्द्र सिंह कर्मा विद्यालय पहुंचे तो वहाँ उपस्थित शिक्षक इजहार, विवेक, भैयालाल, रियाजुद्दीन ने बताया कि लाख प्रयाश के बावजूद सुलभ शौचालय, अधूरा है, दरवाजे मानक अनुरूप नहीं है, जिससे छात्र,छात्राओ को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत अधिकारी का कई बार ध्यान आकृष्ट कराने का प्रयास किया गया, परन्तु ढाक के तीन पात वाली कहानी चरितार्थ हो रही।प्रधान जी का कार्य समाप्त हो गया।कहते हैं कि अब हम कुछ नहीं कर सकते? शिक्षक इजहार, विवेक की मानें तो पानी की ब्यवस्था के लिए पाइप,टोटी अपने घर के पैसे से किया गया है।गाँव घर के लड़कों के द्वारा आये दिन तोड़ दिया जाता है।सबसे बड़ी चुनौती है शौचलय की बड़े बड़े बच्चे विशेष कर छात्राओ को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे बड़ी बात यह कि कायाकल्प के तहत जहाँ अन्य विद्यालय अपनी छटा विखेर रहे हैं, वहीं यह विद्यालय अपनी दुर्दशा पर अपने आशु बहाने को विवश क्यों है, आखिर जिम्मेदार कौन?समझ से परे है।भाजपा महामंत्री रविन्द्र बहादुर सिंह ने जिलाधिकारी का इस ओर ध्यान आकृष्ट किया।ताकि समया नुसार शौचलय उपयोग लायक हो सके।