*डाला बाजार से ओबरा जाने वाले संपर्क मार्ग खस्ता हाल होने से जूझ रहे राहगीर व ग्रामीण*

अनिल जायसवाल
संवाददाता
डाला सोनभद्र– केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा हर गांव को जोड़ने वाला सम्पर्क मार्ग को पक्कायुक्त मार्ग बनाने की चल रही योजना चोपन विकास खण्ड के रेक्सहवां गांव में नहीं दिख रहा है।प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण ने कहा कि डाला-ओबरा मार्ग पर स्थित गणेश पाण्डेय के मकान के बगल ओबरा सम्पर्क मार्ग से सिधे डाला बाजार को जोड़ने वाला लगभग दो किमी मार्ग 18 वर्ष बाद भी नहीं बन सका।यह मार्ग कोठा टोला, रेक्सहवां व लक्ष्मण नगर के मध्य से होकर डाला बाजार को जोड़ता है।इस मार्ग पर नुकिले व बड़ी-बड़ी सोलिंग डाल कर वैसे ही छोड़ दिया गया हैं।जिससे आवागमन करने वाले लोग दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं।साईकिल या मोटरसाईकिल से आनेजाने वालो की टायर अक्सर पंचर हो जाया करता है।जिसके कारण इस मार्ग पर बड़े वाहनो का आवागमन नहीं होता है।मार्ग के न बनने से डाला-ओबरा आने जाने वालो को एक किमी से भी ज्यादा की अतरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है।खराब मार्ग होने के बावजूद इस मार्ग से प्रतिदिन पांच सौ से भी अधिक लोगो का आना जाना होता है। पैदल चलने वालो के पांव नुकिले पत्थरो से छलनी हो जाता है।15 वर्षो से खस्ताहाल मार्ग के समस्या को झेल रहे ग्रामीणो का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है।
स्थानीय डाला बाजार से लक्ष्मण नगर ,रेक्सहवा होते हुए ओबरा सम्पर्क मार्ग को जो जाने वाली सड़क का खस्ता हाल से जूझते ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन कहा 18 साल पहले जिला पंचायत द्वारा मरम्मत के लिए सोलिंग कुछ जगहों पर पड़ी । लेकिन बन नही सका। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों की उदासीनता पर नाराजगी व्यक्त किया।
प्रदर्शन में शामिल रहे रामदेनि शर्मा , बसन्त, योगेन्द्र, राजेश, लल्लन चौधरी, गामा प्रसाद, नार सिंह, प्रताप, भुनेश्वर सिंह , शिवप्रसाद, बबलू, रामु, छोटू, मंगल, नीरज, राजकुमारी, किशुनदेव, मालती, प्रमिला, रीता, सन्तरिया, राजकेशरी देवी, आदि रहे।
इस सम्बंध में पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे ज्यूत नारायण पटेल ने बताया कि 2003 में रेक्सहवां मार्ग पर मिट्टी व सोलिंग-गिट्टी डालने का कार्य जिला पंचायत से कराया गया था।बजट के कमी के कारण पिचिंग का कार्य नहीं हो सका था
इस सम्बंध में जिला पंचायत के जे ई आशीष वर्मा ने बताया कि साफ पास किया जा चुका है बहुत जल्द ही काम चालू हो जाएगा।