भारत की सांस्कृतिक आध्यात्मिक विकास का संपूर्ण सामर्थ्य रखती हैं – पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच

सेराजुल होदा,
दुद्धी सोनभद्र । पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि उत्साह और भाव के साथ मनाया गया।भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य 1952 से सन 1967 तक महामंत्री रहें , एकात्म मानवतावाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की परिनिर्वाण दिवस पुण्यतिथि पर डीसीएफ कॉलोनी स्थित होटल ग्रीन स्टार दुद्धी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के अध्यक्ष डॉक्टर लवकुश प्रजापति की अध्यक्षता में पुण्यतिथि पर उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया l पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर अंत्योदय विचार के प्रणेता को श्रद्धा सुमन अर्पित कर मंच ने याद किया lपंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के अध्यक्ष लवकुश प्रजापति ने कहा कि पंडित उपाध्याय जी एक कुशल विचारक भारतीय राष्ट्रवाद व हिंदुत्व राष्ट्र के अवधारणा के साथ-साथ भारतीय हिन्दू संस्कृति एवं परंपराओं को अक्षुण्य बनाए रखने व वक्त परिस्थितियों के अनुसार नए विचारों को आत्मसात करने की बात सदा स्वर्गीय उपाध्याय ने किया l भारत की जड़े देश के सर्वांगीण विकास का सामर्थ्य रखती है ऐसे महान विचारक की पुण्यतिथि पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के प्रबुद्ध जनों ने स्मृतियों को साझा किया l पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के तत्वाधान में भारत के मूल अवधारणा के अनुरूप सांस्कृतिक, धार्मिक विरासत के साथ-साथ समसामयिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय चिंतन द्वारा समाज का मार्गदर्शन करने का कार्य अनवरत प्रबुद्ध जनों द्वारा किया जा रहा है l इस मौके पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय ग्रामीण जिला अंचल प्रमुख नंदलाल अग्रहरी एडवोकेट, जवाहर लाल एडवोकेट, जगदीश्वर प्रसाद