ट्रेनों का संचालन सीमित ढंग से शुरू होने पर प्रवासियों का रुख फिर से इन शहरों की तरफ दिखने लगा

लखनऊ, । लॉकडाउन के चलते मुंबई, दिल्ली, पंजाब से बड़ी संख्या में प्रवासी अपने घर लौटे थे। अब ट्रेनों का संचालन सीमित ढंग से शुरू होने पर प्रवासियों का रुख फिर से इन शहरों की तरफ दिखने लगा। मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस की स्लीपर और एसी क्लास की वेटिंग पुराने लय में लौटने लगी हैं। जनरल बोगियों में बैठकर ही 24 घंटे की सेकेंड सीटिंग क्लास की यात्रा की डिमांड भी बढ़ गई है। यही कारण है कि अब लखनऊ से जाने वाली ट्रेनों में सीटें खाली नहीं हैं।
रेलवे ने लॉकडाउन के कारण ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। एक मई से शुरू हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से प्रवासी महाराष्ट्र, गुजरात, दक्षिण भारत के कई राज्यों, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से यूपी की ओर आए थे। वहीं रेलवे ने जब एक जून से पुष्पक एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों को स्पेशल के रूप में चलाया तब इन ट्रेनों को यात्री नहीं मिल रहे थे। अब पिछले करीब एक सप्ताह से महाराष्ट्र व गुजरात जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग तेजी से बढ़ी है। जनरल बोगियों में भी रेलवे 15 रुपये प्रति यात्री रिजर्वेशन चार्ज लगाकर हर सीट का आरक्षण कर रहा है। मुंबई की ट्रेनों में वेटिंग 39 से 45 तक पहुंच गई है। लखनऊ मेल की सेकेंड सीटिंग क्लास और स्लीपर में दो जुलाई तक वेटिंग है। हरियाण जाने वाली गोरखधाम एक्सपे्रस में भी पूल कोटा वेटिंग बनी हुई है। गुजरात के कई शहरों को जोडऩे वाली साबरमती एक्सप्रेस स्पेशल का हाल भी पुष्पक एक्सप्रेस की तरह है। इस ट्रेन में सेकेंड सीटिंग क्लास की वेटिंग 44 तक है। जबकि स्लीपर में 76 और एसी 3 में वेटिंग 14 तक पहुंच गई है।