डीजल/ पेट्रोल की बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस पार्टी का तहसील पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
डीजल/ पेट्रोल की बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस पार्टी का तहसील पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
1- तहसील पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नामित दिया ज्ञापन
2- अभूतपूर्व बढ़ोतरी से महंगाई दिनों दिन और ज्यादा बढ़ेगी
3-वर्तमान परिवेश में किसानों के लिए सबसे सबसे बड़ी मुसीबत है डीजल बढ़ोतरी
सोनभद्र:कांग्रेस पार्टी द्वारा डीजल /पेट्रोल के लगातार मूल्य वृद्धि को लेकर राष्ट्रपति के नामित ज्ञापन राबर्ट्सगंज तहसील पर दिया गया जिला अध्यक्ष रामराज सिंह गोड़ की अध्यक्षता में कांग्रेस जनों ने आज तहसील पर जाकर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने का कार्य किया । रामराज सिंह गोड़ ने कहा कि जहां एक तरफ देश स्वास्थ्य व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है वर्तमान सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमत लगातार बढ़ाकर मुनाफाखोरी करने का काम कर रही है जिस को तत्काल प्रभाव से रोकने की जरूरत है ,मई 2014 में जब
भाजपा ने सत्ता संभाली थी उस समय पेट्रोल उत्पाद शुल्क 9.20 पैसे प्रति लीटर एवं डीजल पर 3.46 रू0 प्रति लीटर था पिछले 6 सालों में केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल का उत्पादन शुल्क में 23.78 रूपया प्रति लीटर एवं डीजल में 28.37 रुपए प्रति लीटर के अतिरिक्त बढ़ोतरी कर दी है चौंकाने वाली बात यह भी है कि पिछले 6 सालों में भाजपा सरकार द्वारा डीजल के उत्पाद शुल्क में 820% व पेट्रोल के उत्पात शुल्क में 254% की वृद्धि की गई है ,डीजल पेट्रोल लगने वाले उत्पाद शुल्क बार-बार करके मोदी सरकार ने पिछले 6 सालों में 1800000 करोड़ जमा किए हैं 3 महीने के लॉक डाउन में आम जनमानस से मुनाफाखोरी करने का भी काम किया गया । मार्च 2020 में को पेट्रोल और डीजल के मूल्य में ₹3 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई 5 मई 2020 को मोदी सरकार ने डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में ₹13 प्रति लीटर और पेट्रोल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में ₹10 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की 7 जून 2020 से 24 जून 2020 तक वर्तमान सरकार ने 18 दिनों तक पेट्रोल डीजल के मूल्य लगातार बढ़ाएं इसे डीजल मूल्य ₹10.48 प्रति लीटर व पेट्रोल का मूल्य 8:50 प्रति लीटर तक बढ़ गया जो आम जनमानस में बहुत बड़ी मार है । वही युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार दुबे(आशु) ने कहा कि जिस प्रकार से देश में डीजल पेट्रोल के दाम में बृद्धि की जा रही है यह स्पष्ट होता है कि यह सरकार किसान विरोधी, व्यापारी विरोधी ,आम जनमानस विरोधी सरकार है क्योंकि इस महामारी में आम जनमानस और भार लेने की स्थिति में नहीं है वह अपना जीविकोपार्जन किस प्रकार से कर रहा है वही जानता है इसलिए सरकार को इस पर तत्काल प्रभाव से बढ़ा दाम वापस लेना चाहिए । पिछले महीनों में वर्तमान सरकार ने डीजल पर मूल्य और उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया । सरकार द्वारा देश के नागरिकों का इतना शोषण कतई ठीक नहीं है देश के नागरिकों से छल करने और उनकी गाड़ी कमाई से जबरन वसूली का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले कुछ महीनों में कच्चे तेल के भाव बहुत कम है 24 जून 2020 को कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय भाव 43.41 एक अमेरिकी डालर प्रति बैरल था जो रुपए का भाव 3288.71रुपये प्रति बैरल बनता है एक बैरल में 159 लीटर होते हैं इसलिए 24 जून 2020 को कच्चे तेल का प्रति लीटर भाव 20.68 रू0 बनता है इसके विपरीत पेट्रोल डीजल के मूल्य आसमान छू कर 80 रू0 प्रति लीटर पहुंच गए हैं जिससे साबित होता है कि मोदी सरकार भारत के भोले भाले नागरिकों के जेब पर डाका कैसी चल रही है, आशु दुबे ने कहा कि जब कांग्रेस यूपीए सरकार सत्ता अधीन थी तो कच्चे तेल का दाम 108 अमेरिकी डालर प्रति बैरल था जो 24 जून 2020 को गिरकर 43.41 अमेरिकी डालर प्रति बैरल हो गया यानी इसके मूल्य में 60% की गिरावट हुई बावजूद इसके दाम आकाश हो रहे हैं। वर्तमान समय में किसानी का भी समय है जो लगातार हम लोग कह रहे हैं लेकिन सरकार के मन में क्या चल रहा है यह बात नही समझ आ रही ।
।मुख्य रूप से उपस्थित रहने वालों में अरविंद सिंह,कौसलेश पाठक, जितेंद्र पासवान,दया शंकर पांडेय,अमरेश देव पांडेय, राजीव त्रिपाठी, युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा,जिला सचिव सहदाब आलम, विधानसभा अध्यक्ष श्रीकांत मिश्र,बृजेश तिवारी,धीरज पांडेय,रामानंद पांडेय, संगीत श्रीवास्तव,उषा चौबे,प्रमोद पांडे,सुनीता तिवारी,निगम मिश्रा, यूथ सोशल मीडिया सूरज वर्मा,अमित चतुर्वेदी,राजपति साहनी,समीम अख्तर खान, सेताराम केसरी ,मुख्य रूप से उपस्थित रहे।