सोनभद्र:1 दिन मे 12 मौत,14 दिन मे 36 मौत यह है एक नगर पंचायत, दहशत मे नगर
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एक ऐसी नगर पंचायत जहां 14 दिन में 36 मौत , दहशत जी रहे नगर
सोनभद्र:आज पूरा विश्व कोरोना की दूसरी लहर के संक्रमण से जूझ रहा है तो वही जिले की एक नगर पंचायत जहां 1 दिन मे 12 मौत,14 दिन मे 36 मौत। जी हाँ यह बिल्कुल हकीकत है। जिला अधिकारी कार्यालय, जिला अस्पताल व कोविड L-2 अस्पताल से महज 3 किलो मीटर दूरी पर बसे नगर पंचायत चुर्क गुरमा का हाल है ।जनपद के चुर्क गुरमा नगर पंचायत मे लगातार हो रहे मौत से लोग दहशत की जिंदगी जी रहे है । जिला प्रशासन व स्वास्थ विभाग, नगर पंचायत, विभाग द्वारा कोरोना महामारी मे भी कोई भी नगर पंचायत के लोगो का स्वास्थ का हाल लेने या फिर नगर पंचायत मे ना तो घर घर टेस्टिंग कराया जा रहा है और ना ही सेनेटाईजेसन कराया गया । इस बात को नगर पंचायत चुर्क गुरमा की चेयरमैन गीता देवी ने स्वीकार किया की स्वास्थ विभाग का कोई भी कर्मी न तो कभी घर घर जा कर टेस्टिंग किया स्वास्थ परीक्षण किया ।
अब तक लगभग 25 से ज्यादा मौत नगर पंचायत मे हो चुकी है । नगर पंचायत की चेयरमैन से मौत का आंकड़ा पुछा गया तो वह सही जवाब नही दे सकी और नगर पंचायत मे आंकड़ा होने की बात कही। नगर पंचायत के तरफ से अभी कोई भी बचाव कार्य नही किया कराया जा रहा है सुनसान गली दहशत का पर्याय बन चुका है नगर पंचायत चुर्क गुरमा। यहाँ पर रहने वाले लोग घरों मे कैद हो कर रह गये है । जिंदगी जीना है तो बाहर भी निकलना पड रहा है। एम्बुलेंस के घंटो इन्तजार मे भी हो चुकी है कई मौतें
चुर्क गुर्मा नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 10 के रहने वाले युवक ने बताया की मेरी माँ की साँस तेज़ चलने लगी एम्बुलेंस को फोन किया तो डेढ़ घन्टे बाद एम्बुलेंस आयी। एम्बुलेंस कर्मी ने स्ट्रेचर दे दिया की अपने मरीज को लाद लो। जब अस्पताल पहुँचे तो मेरी को डाक्टर ने मरा बता दिया । लॉक डाउन मे गाड़ी बन्द होने से कोई प्राइवेट वाहन नही मिल सका, समय से गाड़ी या एम्बुलेंस मिल जाती तो मेरी माँ की जिंदगी बच जाती
पिता के साथ अमन:अपनी माँ की जान नही बचा सकने वाले रोहित शुक्ला ने बताया की मेरी की साँस ज्यादा चलने लगी। अस्पताल ले जाने पर डाक्टर ने कोविड अस्पताल L-2 भेज दिया । वहाँ के डाक्टर ने इलाज के बजाय 45 मिनट स्ट्रेटचर पर पड़ी रही
रोहित शुक्ला:किसी तरह से 3 मंजिल पर माँ को ले गये डाक्टर ने छोटा आक्सीजन मशीन दे कर कहाँ जा कर लगा लो किसी तरह मैने आक्सीजन माँ को लगाया। खराब पल्स आक्सीमीटर को लगा कर पल्स चेक किया जब की डाक्टर बता रहे है की प्लस आक्सीमीटर खराब है। अपनी माँ को ले गये रोहित ने बताया डाक्टर का कहना है की यहाँ कोई भी व्यवस्था ठीक नही है
दीपू:चुर्क गुरमा नगर पंचायत के रहने वाले दीपू का कहना है की मै अभी अपने पिता जी का दाह संस्कार कर के आ रहा हुँ। मेरे पिता जी न्यूरो का इलाज 15 साल से चल रहा था । चुनाव के दिन वोट देने गये उसी के बाद तबियत खराब हुयी और कल उनकी मौत हो गयी। यहाँ पर नगर पंचायत ने ना ही सेनेटाइजेसन किया और ना ही स्वास्थ विभाग द्वारा कोरोना टेस्टिंग घर घर किया गया। अगर किया गया होता तो जान बच जाती ।
सईद कुरैशी , पूर्व चेयरमैन – चुर्क गुरमा नगर पंचायत सोनभद्रनगर पंचायत चुर्क गुरमा के पूर्व चेयरमैन सईद कुरैशी ने बताया की यहाँ 14 दिनो मे लगभग 36 मौतें हो चुकी है । यहाँ के लोग दहशत की जिंदगी जी रहे है। स्वास्थ विभाग व नगर पंचायत की तरफ से कोई टेस्टिंग नही किया गया है ना ही नगर पंचायत द्वारा सेनेटाइजेसन कराया जा रहा है। जिला प्रशासन यह भी जानने की कोशिश नही किया कि किन वजहों से यहां काल के गाल में लोग समा रहे है।
इस सम्बन्ध में चुर्क गुरमा नगर पंचायत की चेयरमैन ने गीता देवी बताया की 30 अप्रैल को 12 मौत हुई थी जबकि 1 मई से लेकर 14 तारीख तक 25 से ज्यादा मौत हो चुकी है। इन मौतों में कुछ कोरोना से हुई है तो कुछ लोगो की अचानक तबियत बिगड़ने पर अस्पतल ले जाते समय रास्ते मे ही हुआ है। नगर पंचायत क्षेत्र में सभी वार्डो को सेनेटाइज कराया जाता है , जो गलियां सकरी है वहां सफाईकर्मी हाथों से सेनेटाइज होता है। वही जिसमे बाजार क्षेत्र को प्रतिदिन सेनेटाइज किया जाता है। कोई भी पीड़ित हमारे पास आता है तो उसकी मदद की जाती है , हमारे नगर पंचायत मे संसाधन कम है फिर भी उपलब्ध संसाधन से ही काम किया जा रहा है। एम्बुलेंस नही है। नगर पंचायत क्षेत्र में इतनी मौत के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग ने कोई कैम्प नही लगाया है। उन्होंने यह माना कि इस सम्बंध में अभी तक जिला प्रशासन से कोई सम्पर्क नही किया आखिर मौत की वजहों की सच्चाई को जाना जा सके