पशुओं की तस्करी लगातार जारी. पुलिस प्रशासन मौन
पशुओं की तस्करी लगातार जारी. पुलिस प्रशासन मौन
खलियारी(ओमप्रकाश जायसवाल)रायपुर थाना क्षेत्र से पशुओं की तस्करी लगातार जारी है पुलिस प्रशासन मौन है।बतादें कि लगभग अट्ठारह महीने से रायपुर थाना क्षेत्र से पशुओं की तस्करी चरम पर है।इसके पहले भी पशु तस्करी हो रही थी लेकिन कभी कभार एकाध गाड़ियों के जानकारी की सुचना मिलती थी।लेकिन अब तो खुलेआम दो दो तीन तीन गाड़ियां बिना भय के दिन के उजाले में जा रही हैं।जिसे रोक टोक करने वाला कोई नहीं है।शुक्रवार की सुबह सात पीकप पशुओं से भरी बिहार गई थी।आज शनिवार को भी पांच पीकप बिहार गई।सुबह चार बजे से लेकर छः बजे तक रोजाना गाड़ियां जाती हैं।उस टाइम कोई भी पुलिस कर्मी रोड पर नहीं रहता है।या यूं कहें की जानकारी के बाद भी आंखें बंद कर ली जाती हैं।ताकि कोई ए न कहे कि पुलिस वालों के सामने ही गाड़ियां गई हैं।रायपुर थाने का लगभग अट्ठारह महीने का रिकार्ड है कि रायपुर पुलिस ने कोई भी गाड़ी नहीं पकड़ी है।जो भी गाड़ियां पकड़ी गई या तो खराब होने पर या ग्रामीणों के द्वारा पकड़ी गई हैं।क्षेत्र में लोग तरह तरह के कयास लगाते हैं कि मा.मुख्यमंत्री योगीआदित्य जी स्वयं गो रक्षा पीठ के पीठाधीश्वर हैं पशुओं की रक्षा के लिए तरह तरह के कानून बनाए हैं।उनके लिए चारा पानी गौशाला भी बनवाए हैं ।भारी भरकम बजट भी पास किए हैं फिर भी पशु तस्करी खुलेआम हो रही है इसका क्या कारण है।आखिर इस धंधे में कौन कौन शामिल हैं इसकी जांंच क्यों नहीं कराई जाती।लोग यहीं सोचकर परेशान हैं।सैकड़ों बार समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित की गई।
समय समय पर प्रदर्शन भी हुए लेकिन किसी भी सक्षम अधिकारी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया।यहीं नहीं सभी समाचार पत्रों की कटिंग पुलिस अधीक्षक. डीआईजी मीरजापुर मंडल. एडीजी वाराणसी. डीजीपी उत्तर प्रदेश के वाट्सएप पर भी भेजी जा चुकी हैं फिर भी निराशा ही मिली।पशु तस्करी बंद होगी या नहीं यह तो पुलिस प्रशासन को समझना है।लेकिन यह तस्करी का खेल लोगों के जेहन में सदैव रहेगा।