अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मनाया 73वां स्थापना दिवस
सोनभद्र:अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रावटसगंज नगर इकाई द्वारा नगर के शिवाजी मिनी स्टेडियम के प्रांगण में सोनभद्र के विभाग संगठन मंत्री आदरणीय रजनीश के नतृत्व में विद्यार्थी परिषद के 73वां स्थापना दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का कार्यक्रम आयोजन किया गया जिसका संचालन तहसील संयोजक शशांक मिश्रा ने किया जिसमें मुख्य अतिथी के रूप में काशी प्रान्त की प्रान्त मंत्री शुश्री साक्षी सिंह जी का रहना हुआ प्रान्त मंत्री साक्षी सिंह जी ने बताया कि एक भारतीय छात्र संगठन है। इसकी स्थापना 9 जुलाई, 1949 को संघ कार्यकर्ता बलराज मधोक जी की अगुआई में की गयी थी। मुंबई के प्रोफेसर यशवंत केलकर जी इसके मुख्य कार्यवाहक बने। विद्यार्थी परिषद का नारा है – ज्ञान, शील और एकता। आज विद्यार्थी परिषद् न केवल भारत का बल्कि विश्व का सबसे बड़ा छात्र-संगठन है वहीं विद्यार्थी परिषद के पूर्व कार्यकर्ता कमलेश चौबे जी ने बताया की यह संगठन छात्रों से प्रारंभ हो, छात्रों की समस्याओं के निवारण हेतु एक एकत्रित छात्र शक्ति का परिचायक है। विद्यार्थी परिषद् के अनुसार, छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति होती है। विद्यार्थी परिषद् का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है वहीं विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रान्त के E-media संयोजक रमेश जयसवाल जी ने बताया कि स्थापना काल से ही संगठन ने छात्र हित और राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने छात्र-हित से लेकर भारत के व्यापक हित से सम्बद्ध समस्याओं की ओर बार-बार ध्यान दिलाया है। बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ और कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए विद्यार्थी परिषद् समय-समय पर आन्दोलन चलाता रहा है वहीं उपस्थित काशी प्रान्त के पूर्व प्रान्त मंत्री सुधीर पाठक जी ने बताया कि बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नाम सबसे ज्यादा रक्तदान करने का रिकॉर्ड है । इसके अलावा वैसे निर्धन मेधावी छात्र, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिय़े निजी कोचिंग संस्थानों में नहीं जा सकते, उनके लिये स्वामी विवेकानंद निःशुल्क शिक्षा शिविर का आयोजन किया जाता है,छात्र संघ अध्यक्ष कुँवर चतुर्वेदी जी ने बताया की हर वर्ष होने वाले प्रांतीय और राष्ट्रीय अधिवेशनों के द्वारा नई कार्यसमिति गठित होती हैं और वर्ष भर के कार्यक्रमों की घोषणा होती है। यह एकमात्र संगठन है जो शैक्षणिक परिवार की अवधारणा में विश्वास रखता है और इसी कारण परिषद के अध्यक्ष पद पर प्रोफेसर हीं चुने जाते हैं। कार्यक्रम संयोजक सौरभ जी ने बताया कि अलगाववाद, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण, आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ विद्यार्थी परिषद लगातार संघर्षरत रही है इसमौके पर मनीष सिंह पटेल,अनमोल सोनी,हर्षित पाण्डेय, शिवदत्त मधेशिया, विशाल केशरी,श्रीश चंद्र पाण्डेय, राहुल सोनी सुंदरम जयस्वाल, हिमांशु, अमन आर्या, चंदन सोनी, जय प्रकाश सोनी, अभिनव सिंह ,रोहित पटेल,आदर्श,अभय मिश्रा,रत्नाकर आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।