घूसखोर लिपिक बेसिक शिक्षा विभाग सोनभद्र की साख पर लगा रहा बट्टा

पीड़ित अनुदेशक 6 साल से सर्व शिक्षा अभियान के कार्यालय का लगा रहा चक्कर
मामला सन 2014-15 में म्योरपुर ब्लाक के एक उच्च प्राथमिक विद्यालय के 2 अनुदेशकों के मानदेय का है। लिपिकीय त्रुटि के कारण इनका मानदेय नहीं मिल पाया। बड़ी जद्दोजहद के बाद तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा एक पत्र बनाकर सर्व शिक्षा अभियान को प्रेषित किया गया किंतु वहां पर बैठे भ्रष्टाचार रूपी अजगर ने अपना खेल शुरू कर दिया। पहले कई बार दौड़ाना ,आश्वासन देना और फिर 1 साल बीतने के बाद पैसे की मांग करना। लेकिन कमाल की बात यह है कि पैसा पा लेने के बाद भी लगभग 5 साल तक यह लिपिक हमेशा झूठ ही बोलता रहा और नाच नचाता रहा। विद्यालय और ऑफिस के बीच लगभग 135 किलोमीटर दूरी होने के कारण या खेल लंबे समय तक चला। लेकिन पीडित द्वारा लगातार फोन करने के बाद आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे इस लिपिक ने बताया कि वह पिछले 10 दिन से पंजाब नेशनल बैंक रावर्टसगंज में स्वयं बैठकर उसका मानदेय उसके खाते में अंतरित करवा रहा है। लिपिक पहले भी इस तरह के कार्यों के कारण चर्चा में रहा है। पीड़ित द्वारा अब आखिरी उम्मीद नवागत बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र से है नहीं तो पीड़ित द्वारा जिलाधिकारी या संबंधित थाने में गुहार लगाई जाएगी।