रेणुका नदी में राख बहाये जाने पर ग्रामीणों ने जताया विरोध
रेणुका नदी में राख बहाये जाने पर ग्रामीणों ने जताया विरोध
चकाड़ी एैश डैम होने के बावजूद नदी को किया जा रहा है दूषित
ओबरा सोनभद्र:मालवीय नगर स्थित राखी पुलिया के निकट ग्रामीणों ने रेणुका नदी को दूषित किये जाने को लेकर परियोजना प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
देश की मोदी सरकार व सूबे की योगी सरकार एक तरफ नदीयों व जल स्त्रौतों को निर्मल और स्वच्छ बनाने के लिए तमाम योजनाओं को लागू की हुई है। तो वहीं दूसरी तरफ
ओबरा तापीय परियोजना से प्रतिदिन सैकड़ो टन राख सीधे रेणुका नदी में बहाये जाने से पुरा जल स्तर दूषित हो रहा है, जबकि राख को एैश डैम में ही बहाये जाने का प्रावधान है। परियोजना का एैश डैम होने के बावजूद परियोजना के गैर जिम्मेदार अधिकारीयों के व्दारा पाइप लाइनों के माध्यम से रेणुका नदी में राख को बहाने का कृत्य किया जाता है। जिससे आस पास के ग्रामीण दूषित जल पीने को मजबूर है। व्यापक मात्रा में राख को बहाये जाने से जलीय जीव-जन्तुओं की जनसंख्या दर में भी भारी कमी आती जा रही है। रेणुका नदी से जुड़ी सोन नदी व बिजुल नदी में भी राख का प्रभाव देखा जा सकता है। इसके बावजूद परियोजना के कुछ तथाकथित अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हुए है। और राखड़ को सीधेतौर पर परियोजना से रेणुका नदी में बहाया जा रहा है। परियोजना व्दारा जल्द ही राखड़ को नदी में बहाना बन्द नही किया गया तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री समेत पर्यवारण विभाग मे किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी परियोजना के अधिकारियों की होगी। जिनकी सह पर यह कार्य किया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान छोटेलाल खरवार, ननखु खरवार, विजय पनिका, अलगु गोड़, राम कुमार, सुनीता गोड़, लालवर्ती देवी, चुनमुनिया देवी आदि रहवासी मौजूद रहे।