*बिकरू कांड: एनकाउंटर को लेकर जांच आयोग गठित, मुठभेड़ स्थल के बाद पहुंचे थाने, की गहनता से पूछताछ*
इसके बाद वह शिवली थाने पहुंचे, जहां पर उन्होंने सिद्धेश्वर हत्याकांड के अभिलेख तलब किए।
यूपी,कानपुर देहात-बिकरू कांड में आरोपित मोस्ट वांटेड विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर राज्य सरकार द्वारा गठित एक सदस्यीय आयोग के न्यायामूर्ति शशिकांत अग्रवाल ने आज काशीराम निवादा गांव में एनकाउंटर स्थल पर जांच की। वहीं उन्होंने कानपुर देहात के शिवली थाने पहुंचकर सिद्धेश्वर हत्याकांड की फाइल देखी और पुलिस कर्मियों से पूछताछ शुरू की। दरअसल बिकरू कांड के बाद मोस्ट वांटेड विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर उठ रहे सवालों के बीच राज्य सरकार ने अधिसूचना के माध्यम से जांच आयोग अधिनियम 1952 (अधिनियम संख्या 60 सन 1952) के तहत सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति शशिकांत अग्रवाल के नेतृत्व में एक सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है।
बताया गया कि आयोग का मुख्यालय कानपुर बनाया गया है। रविवार को न्यायमूर्ति शशिकांत अग्रवाल ने बिकरू गांव के समीप काशीराम निवादा पहुंचकर प्रेम कुमार पांडे और अतुल दुबे के एनकाउंटर स्थल की जांच की। इसके बाद वह शिवली थाने पहुंचे, जहां पर उन्होंने सिद्धेश्वर हत्याकांड के अभिलेख तलब किए। फाइलों को गहनता से देखने के बाद उन्होंने पुलिस कर्मियों से पूछताछ शुरू की। जिसके बाद उन्होंने मोस्ट वांटेड विकास दुबे का शिवली थाने में दर्ज आपराधिक इतिहास की पूरी जानकारी ली। हालांकि बीते सोमवार को आयोग के जस्टिस शशिकांत अग्रवाल ने बिकरू गांव पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया था और ग्रामीणों से घटना और विकास दुबे के बारे में पूछताछ की थी। उन्होंने विकास दुबे का गिराया हुआ मकान का निरीक्षण भी किया था।