उत्तर प्रदेश

नकली सोना को असली बताकर बेचने वाले चार जालसाज गिरफ्तार

घोरावल(पी डी)सोनभद्र:-स्थानीय पुलिस ने क्राइम ब्रांच के सहयोग से अंतर्जनपदीय चार टप्पेबाजो को बुधवार की देर शाम गिरफ्तार किया। आरोपितों के पास से 24400 रुपये नगद,एक स्विफ्ट कार, चार नकली सोने की चेन डिजाइन लोटस समेत एक फर्जी चेन की रसीद बरामद की गई है। कोतवाली निरीक्षक देवता नंद सिंह ने बताया कि बीते शनिवार 12 फरवरी की देर शाम घोरावल नगर में बर्तन-आभूषण व्यवसाई जय प्रकाश सेठ के साथ एक व्यक्ति ने नकली सोने की चेन को असली बताकर नब्बे हजार रुपये की ठगी कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। और आरोपितो की तलाश में जुटी थी। एसएचओ ने बताया कि बुधवार की शाम घोरावल कस्बे के मुक्खा मोड़ जीप स्टैंड के पास एक स्विफ्ट कार संदिग्ध परिस्थिति में दिखाई पड़ी। जिसमें सवार चार संदिग्ध युवकों से पुलिस ने पूछताछ किया। उनकी गाड़ी में से रुपये व नकली सोने की चैन बरामद की गई। कोतवाली लाकर कड़ी पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम पता बताया। जिसमें जौनपुर जिले से तीन तथा भदोही से एक युवक शामिल रहा। जौनपुर जिले के केसरी बाजार निवासी इंद्रमणि उर्फ इंदु सोनी पुत्र स्वर्गीय अशोक कुमार, थाना सिकरारा अंतर्गत मानशाहपुर निवासी राम सिंह उर्फ हिमांशु सिंह पुत्र शिवआसरे सिंह, थाना बक्सा अंतर्गत अलहरिया निवासी अवनीश यादव पुत्र राज बहादुर यादव तथा भदोही जिले के औराई थाना क्षेत्र के गरौली गांव निवासी उदय प्रताप सिंह पुत्र स्वर्गीय सुभाष चंद सिंह गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने बताया कि वे सभी दिल्ली से नकली सोने की चेन लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में असली सोने की चेन बताकर नकली रसीद प्रस्तुत कर बेच देते हैं। जिस पर 22 कैरेट अंकित रहता है इसलिए दुकानदार उसे असली समझ लेते हैं। इस तरीके से उनका धंधा फलता फूलता रहता है। पुलिस ने इन सभी आरोपितो को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया। आरोपितों की गिरफ्तारी की इस कार्यवाही में एसओजी टीम सोनभद्र से प्रभारी निरीक्षक साजिद सिद्दीकी, स्वाट टीम से प्रभारी उपनिरीक्षक अमित कुमार त्रिपाठी, सर्विलांस सेल प्रभारी सुश्री सरोजमा सिंह, घोरावल कोतवाली निरीक्षक देवता नंद सिंह, घोरावल चौकी इंचार्ज देवेंद्र प्रताप सिंह, हेड कांस्टेबल उदय प्रताप यादव, अतुल सिंह, अरविंद सिंह, चंद्रभान यादव, अमर सिंह, जगदीश मौर्य आदि रहे।
बताते चलें कि जय प्रकाश की आभूषण व बर्तन की दुकान नगर में शिवद्वार रोड पर है। जय प्रकाश सेठ ने बताया कि शनिवार की शाम एक अज्ञात व्यक्ति एक सिकड़ी व पर्चे के साथ उनकी दुकान पर पहुंचा था। और अपनी समस्या बता कर सोने की सिकड़ी बेचने के लिए कहा। दुकानदार जय प्रकाश सेठ ने बताया कि उन्होंने हाथ में पर्चे को लिया लेकिन गौर से ध्यान नहीं दिया। और उक्त व्यक्ति के द्वारा क्षेत्रीय गांव का हाल पता बताने पर विश्वास कर सिकड़ी का दाम 90 हजार रुपये पांच किस्तों में उसे दे दिया था। रविवार की सुबह आभूषण परखने वाले एक्सपर्ट को जब दुकानदार जयप्रकाश सेठ ने वह सिकड़ी देकर जांच कराई तो मालूम चला कि वह नकली रही। यह सुनकर दुकानदार के पैरों तले जमीन खिसक गई। दुकानदार ने बताया कि उनकी दुकान में कैमरा लगा है। उस सीसी टीवी में उस व्यक्ति का चेहरा स्प्ष्ट दिखाई पड़ रहा था। जिसने दुकान पर आते समय दुकानदार द्वारा पूछे जाने पर अपना नाम अनिल पुत्र राम प्रसाद सिंह बताया था।

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