दहेज के लिए एक और विवाहिता की चढ़ गई बलि,सास गिरफ्तार ,पति,ससुर फरार

सोनभद्र के ओबरा में चार महीने पहले हुई शादी का अंत विवाहिता को जान देकर चुकाना पड़ा। परिजनों के आरोप के मुताबिक नवविवाहिता को पति व सास ने जहर देकर मौत के घाट उतार दिया। नवविवाहिता के फोन द्वारा सूचना देने पर मौके पर पहुँचे लड़की की बुआ व फूफा आधे घण्टे के बाद कड़ी मसक्कत के बाद नवविवाहित को अस्पताल लेकर पहुँचे जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वही इस सूचना पर पति मौके से फरार हो गया। वही सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। जबकि सास को गिरफ्तार कर पूछताछ में जुट गई। परिजनों ने ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
शादी हुए पांच माह भी नहीं गुजर पाए थे कि एक विवाहिता की जिंदगी दहेज लोभियों की भेंट चढ़ गई। मामला ओबरा थाना क्षेत्र के परियोजना कालोनी स्थित सेक्टर तीन है। आरोप है कि पति सहित अन्य ससुरल वालो ने बुधवार विवाहिता को जहर पिलाकर उसकी हत्या कर दी। घटना की जानकारी पाकर उसके घर पहुंचे फूफा ने आनन-फानन में महिला को अस्पताल पहुंचया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। सीओ ओबरा शंकर प्रसाद व इस्पेक्टर मिथिलेश मिश्रा ने मौके का मुआयना कर घटना के बारे में जानकारी हासिल की और ओबरा पुलिस को मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। मायके पक्ष की तहरीर पर जेई बताए जा रहे पति, सास, ससुर और ननद के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सास को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पन्नूगंज थाना क्षेत्र के भुसौलिया गांव निवासी रामेश्वर चैबे ने अपनी इकलौती लाडली पिंकी की शादी गत 18 फरवरी को धूमधाम से सेक्टर तीन ओबरा कालोनी निवासी शुुभम तिवारी पुत्र सुधाकर तिवारी के साथ की थी। शुभम को ओबरा में ही एक प्लांट में जई के रूप में काम करता है। तहरीर में मृतका के पिता ने कहा है कि शादी में उन्होंने पांच लाख नकद और एक कार खरीदने के लिए 12 लाख अलग से नकद दिया था। आरोप है कि इसके बावजूद उनकी बेटी को शादी के कुछ दिन बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा।शुभम, उसके पिता सुधाकर और मां रत्नावली की तरफ से 20 लाख नकद की मांग की जाने लगी।
वही मृतिका के पिता रामेश्वर राम चौबे ने बताया कि बुधवार की रात 10 बजे पिंकी का फोन अपनी मां सावित्री देवी को आया। पीड़िता ने बताया कि मम्मी मेरी जान बचा लो, नहीं तो शुभम और उसके घर वाले मुझे मार डालेंगे। इस पर सावित्री ने तत्काल इसकी जानकारी ओबरा में रह रहे अपने ननदोई मणिशंकर पाठक को दी। सूचना मिलते ही वह अपने पत्नी-बच्चों को लेकर पिंकी के ससुराल पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। उनके शोर मचाने पर किसी तरह दरवाजा खुला तो देखा कि पिंकी उल्टियां कर रही थी। वही लड़की के बुआ ने किसी तरह लड़की को परियोजना अस्पताल पहुँचाया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हम चाहते है हमे इंसाफ मिले शादी में जो डिमांड थी वो सब हमने दिया था ये लोग एक चार पहिया वाहन खरीदने या उसका क़िस्त भरने का लड़की पर लगातार दबाव बना रहे थे। चार महीने में एक बार लड़की को मायका वापस भेज दिए थे तब किसी तरह समझा बुझाकर हम लोगो ने लड़की को ससुराल वापस भेजा था। मेरी लड़की को जगह देकर मारा गया है मरते मरते लड़की ने अपनी बुआ से बताया कि मुझे जहर पिला दिया गया है।
वही सुबह घटना की जानकारी होने के बाद सीओ शंकर प्रसाद ने घटनास्थल का मुआयना किया और ओबरा पुलिस को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। वही सीओ शंकर प्रसाद ने बताया कि तहरीर के आधार पर चार के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।