विंढमगंज वन रेंज के बड़ा बासीन में विभिन्न स्थानों से कटे गए 5 साखू व 2आसन के पेड़

विंढमगंज वन रेंज के बड़ा बासीन में विभिन्न स्थानों से कटे गए 5 साखू व 2आसन के पेड़
रेनुकूट वन प्रभाग के विंढमगंज वन रेंज का मामला।
ग्रामीणों ने कहा अधिकारियों के दौरे के बाद भी जंगल कटान पर नहीं लग रहा अंकुश
विंढमगंज(राकेश केशरी)सोनभद्र| रेंज में हरे वृक्षों की कटान और जंगल पर कब्जे रुक नहीं रहें है ,ऐसा तब हो रहा है जब सप्ताह भर पूर्व वन प्रभागीय अधिकारी ने जंगलों के दौरा किया और रात्रि गस्त बढ़ाने के निर्देश दिये थे परंतु आदेश को दरकिनार करते हुए यहां खुलेआम लकडी तस्कर दिन में पेड़ो को काटकर बोटा बना रहे है । रेंज के बड़ा बासीन में 5 साखू व 2 आसन के पेड़ बीती रात तड़ातड़ काट दिए गए ,जैसे तैसे झिलकों को छीलकर तस्करों द्वारा बोटा बनाया जा रहा है, इसी तरह जंगलों को उजाड़ कर फिर जोताई कर दी जाएगी।
ग्रामीणों ने बताया कि इन सब वनों की कटाई व जुताई वनकर्मियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।आये दिन जंगल की कटान से साखू व आसन से आच्छादित सैकड़ो हेक्टेयर का बासीन का जंगल उजाड़ होने चला है।
ग्रामीणों ने अपना नाम नहीं छापने कि शर्त पर बताया कि बीती रात बासीन के सुरसा नाला में एक साखू व एक आसन,दोमुंहनी नाला में दो साखू ,चरकपथली में 1 साखू व एक आसन्न तथा चरक पथली नाला में 1 भारी भरकम साखू का हरा पेड़ काट दिया गया और आज सुबह बोटा बनाया जा रहा है।जंगल में ठक ठक की आवाज सुन जब कुछ ग्रामीण युवक उक्त स्थलों पर पहुँचे और फ़ोटो बनाने लगे तो तस्कर जंगल मे भाग खड़े हुए।पर्यवारण कार्यकर्ताओं ने विंढमगंज रेंज में जंगलों की कटान ना रुकने पर गहरा रोष जताया है ,उनका कहना है कि सालों से हरा भरा बेशकीमती पेड़ो का जंगल उजाड़ हो रहा है और विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।