कप्तान साहब एक नज़र इधर भी, आप के दारोगा जी कब पहनेंगें हेलमेट, मास्क
कप्तान साहब एक नज़र इधर भी, आप के दारोगा जी कब पहनेंगें हेलमेट, मास्क
सोनभद्र::थाना बीजपुर कस्बे का हल्का इंचार्ज दारोगा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लम्बे समय से तैनात उपनिरीक्षक की कार्यप्रणाली से लोगों में भय ब्याप्त है। जनचर्चा पर गौरकरें तो कस्बे में तैनात दारोगा अपनी तैनाती के समय से ही सुर्खियों में बने रहने का बराबर प्रयास करते रहे। महोदय खुद हेलमेट और मास्क नही पहनते लेकिन लोगों को पूरे दिन हेलमेट और मास्क लगाने की सीख देते घूमते रहते हैं।
इतना ही नहीं जो ब्यक्ति उक्त दारोगा जी को सलाम नहीं किया उसका हेलमेट और मास्क में चालान काटते देरी नहीं करते। कस्बे में कई जगह कथित तौर पर रिस्तेदारी भी जोड़ लिए है तो कई घनिष्ट मित्र, सखा भी बनाएं पड़े हैं जिससे शाम होते ही अपनी महफ़िल सजाकर बैठना अपनी शान समझते हैं। गौरतलब हो कि बाजार के उत्तर पटरी पर विवादित पीडब्ल्यूडी वन विभाग एवं सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों के यहाँ कई घंटों उठने बैठने से बाजार सहित इलाके में दारोगा चर्चा का विषय बना हुआ है।कस्बे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में तैनात दारोगा के क्रियाकलाप से इनके द्वारा किये गए सरकार के कामकाज पर भी प्रश्न चिन्ह लगने लगा है। इतना ही नही परियोजना से राख, और एमपी से ओवर लोड बालू संचालित ट्रकों से अबैध वसूली कस्बे के आस पास मादक पदार्थो की अबैध बिक्री इन्हीं की देख रेख में होना बताया जा रहा है। स्वयं को सोनभद्र और विंध्याचल मंडल के अधिकारियों का रिश्तेदार बताने वाले ऐसे दारोगा के कृत की जाँच होनी चाहिए। विभागीय सूत्रों पर भरोसा करें तो उक्त चर्चित दारोगा विगत कई माह पहले कार्य मे लापरवाही को लेकर एक बार इसी थाने से पुलिस लाइन अटैच हुआ था। बावजूद कार्य प्रणाली में कोई परिवर्तन नही है। बाजार के तमाम व्यवसायियों का आरोप है कि शाम होते जैसे ही दुकानों पर कुछ ग्राहक आने लगते हैं उसी समय ये महोदय बाजार के चौराहे पर दुपहिया वाहन की चेकिंग शुरू कर देते हैं।
जिससे ब्यवसाइयो का पूरा व्यवसाय चौपट हो चुका है। लॉकडाउन में लोगों के व्यवसाय तो वैसे भी चौपट है इनके कृत से ब्यवसाई और बर्बाद हैं। लोगों ने महकमे के उच्चाधिकारियों से दारोगा को तत्काल हटा कर करवाई की माँग की है।