भाई-बहनों के अटूट विश्वास का कवच होता है रक्षासूत्र
भाई-बहनों के अटूट विश्वास का कवच होता है रक्षासूत्र
बहनों ने भाइयों के कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर उतारी आरती और की लंबी उम्र की कामना।
बभनी(अजीत पांडेय)क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया। यह त्यौहार हमारे देश में प्राचीनकाल से ही चलता आ रहा है। मान्यता के आधार पर यह त्यौहार भाई-बहनों के अटूट विश्वास व रक्षा का प्रतीक होता है श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर कलाई में रक्षासूत्र बांधती हैं और मिठाई खिलाकर उनके लंबी उम्र की
कामना करती हैं जिससे भाई भी आशिर्वाद देते हुए जीवन भर बहनों की रक्षा करने की प्रतिज्ञा करता है जो परंपरा हर वर्ष चलती रहती है। जिससे किसी भी स्थिति- परिस्थिति में भाई अपनी बहनों के साथ अपने दायित्वों
का निर्वहन करते हैं।और बहनें हमेशा अपने भाईयों के लंबी उम्र की कामना करती हैं। जो भाई बहनों का पवित्र व अटूट संबंध होता है।