बीजपुर में लगातार पन्द्रह दिनों से बिजली कटौती से परेशान लोगों ने महिलाओं सहित किया चक्का जाम
बग्घा सिंह/असफाक कुरैशी
सोनभद्र- बीजपुर के ग्रामीण जनता एवं व्यवसायियों ने श्री राम चौक तिराहे के मुख्य मार्ग को जाम कर बदहाल बिजली आपूर्ति को लेकर एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की सुबह 8:00 से ही भारी संख्या में महिलाएं और बच्चे और लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया घंटों आने जाने के लिए जलालत झेलनी पड़ी वही एंबुलेंस को भी मजबूरन वापस जाना पड़ा सूचना पर पहुंची पुलिस जाम खुलवाने के लिए तमाम कोशिश करती रही लेकिन प्रदर्शनकारी पुलिस की कोई भी बात मानने से इनकार करते रहे व्यवसायियों एवं ग्रामीणों की समस्या को लेकर एनटीपीसी प्रबंधन से बात कर मामले का समाधान करने के लिए थाने में घंटों वार्तालाप होती रही लेकिन कोई भी हल नहीं निकल सका एनटीपीसी प्रबंधन का कहना है कि यह ओवरलोड की समस्या है इसलिए इस तरह का समस्या उत्पन्न हो रही है वही प्रदर्शनकारियों का कहना था कि एनटीपीसी प्रबंधन जानबूझकर महीनों से बिजली कटौती कर समस्या उत्पन्न कर परेशान कर रही है जिसके वजह से खासकर बच्चों की पढ़ाई और पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है ग्रामीणों का कहना है कि कई कई दिनों तक पीने का पानी नहीं मिल पा रही है जिससे ग्रामीणों और व्यवसायियों में भारी नाराजगी देखा जा सकता है ग्रामीणों एवं व्यवसायियों का आरोप है कि एनटीपीसी विगत कई वर्षों से ठेकेदार के माध्यम से टेंडर के द्वारा विद्युत आपूर्ति करवा रही थी लेकिन कुछ हफ्तों से टेंडर फार्म में कुछ शर्तों की वजह से टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के कारण बिजली और पानी की विकट समस्या उत्पन्न हो रही है इससे पहले भी महीने भर पहले इसके समाधान के लिए तीनों ग्राम प्रधानगण जिला पंचायत सदस्य ने एनटीपीसी, मुख्यमंत्री तथा उच्च अधिकारियों सहित जिला प्रशासन को पत्र भेजकर अवगत करा चुकी है लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है जिससे अजीज होकर ग्रामीणों एवं व्यवसायियों द्वारा यह कदम उठाया गया है अंत में थाने में बैठकर एनटीपीसी प्रबंधन एवं ग्रामीणों और व्यवसायियों के बीच ग्रामीणों और व्यवसायियों ने यह निर्णय लिया कि 16 दिसंबर तक समस्या का समाधान के लिए एक पत्रक जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उप जिलाधिकारी, के नाम प्रभारी निरीक्षक क्राइम अशोक यादव को सौंपा और साथ में चेतावनी दिया गया कि अगर निर्धारित समय तिथि तक सुधार नहीं हुआ तो मजबूरन 17 दिसंबर को पूर्ण रूप से आंदोलन करने को वादे होंगे। इधर समाचार लिखे जाने तक पानी की किल्लत लगातार बनी हुई है।