बीजपुर हत्याकांड : जमीनी विवाद में चाचा ने की थी भतीजे की हत्या, गिरफ्तार
बीजपुर हत्याकांड : जमीनी विवाद में चाचा ने की थी भतीजे की हत्या, गिरफ्तार
बीजपुर(बग्घा सिंह)थाना क्षेत्र के ग्राम सभा महरिकला के टोला कैमहाडाड़ में पुरानी रंजिश को लेकर हुई हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित पांच सदस्यीय टीम ने रविवार को मुख्य अभियुक्त हरि प्रसाद पुत्र रामबदन को प्रयुक्त हथियार, कागजात, नकदी सहित गिरप्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।पत्रकारों के समक्ष खुलासा करते हुए प्रभारी निरीक्षक एस बी यादव ने बताया कि घटना के चार पांच दिन पहले पड़ोस के शालिक राम विश्व कर्मा, गुले चन्द ने जमीन का बंटवारा किया गया था जिसमे चार लट्ठा जमीन मृतक के हिस्से में अधिक दे दिया गया था जिसका मेड़ बन्दी करवाकर मृतक अपने हक में कर लिया था क्योकि उसके पिता बीमारी से जूझ रहे है।यह बात चाचा हरि प्रसाद को नागवार लगी थी।अंदर ही अंदर उसे कौंध रहा था। संयोग से बुधवार की सायं मृतक गीता प्रसाद घर से फोटो कॉपी कराने के लिए रामराज की दुकान गया।जाते वक्त चाचा ने उसे देखा तो वह भी पीछे लग लिया, इसके बाद सौरभ की दुकान पर गए जहाँ गुटखा आदि खरीदे।वहाँ से टुनटुन पहाड़ी के पास एक विधवा महिला के यहाँ शराब पीने की बात कही।विधवा ने इंकार कर दिया फिर यहाँ से रामधनी बियार के घर गए।यहाँ हरि प्रसाद भी मिल गया।दोनों चाचा भतीजे ने जमकर शराब पी।नशे की हालत में जब दोनों घर की ओर चल पड़े तो रास्ते में ही अधिक जमीन हथियाने की बात को लेकर कहासुनी मारपीट हुई। इसके पश्चात दोनों अपने घर से 500 गज की दुरी पर एक अंजनी सिंह का खाली घर बिना दरवाजे का था वहाँ पहुचे फिर लड़ाई हुई, इसी दौरान चाचा हरि प्रसाद ने पत्थर से भतीजे को रात्रि में प्रहार कर घायल कर दिया।जब वह बेहोश होकर गिर गया तब वह घबराए उसे वही छोड़कर घर आ गया लेकिन सर पर पाप सवार था वह घर से कुल्हाड़ी लेकर फिर गया तो वह बेहोशी के हालात में पड़ा था। उसने कुल्हाड़ी से गर्दन पर वार करके मौत के घाट उतार कर फरार हो गया।मृतक के भाई नेवल विश्कर्मा ने सन्देह पर चाचा के बिरुद्ध गुरुवार को स्थानीय थाने में तहरीर नामजद किया था।चाचा के फरार होने से इस बात पर सन्देह को लेकर पुलिस मुकदमा 302, 201 आई पी सी की दर्ज कर सरगर्मी से तलाश कर ही रही थी की रविवार की सुबह मुखबिर द्वारा पुलिस को सूचना मिली की उक्त ब्यक्ति पिण्डारी के संचिरा डाड़ तिराहे पर कही भागने के फ़िराक में खड़ा है।सूचना पाकर हरकत में आई पुलिस उक्त स्थान पर टीम के साथ पहुची तो वह भागने लगा।ततपरता से घेरा बन्दी कर उसे मौके से दबोच लिया।रविवार की सुबह 7:30 बजे अभियुक्त हरि प्रसाद पुत्र रामबदन विश्वकर्मा को थाने लाकर जब उससे कड़ाई से पूछ ताछ की तो उसने उपरोक्त सारे राज उगल दिए।उसके निशानदेही पर घर से कुछ दूरी पर बॉस के कोठी में छिपाये प्रयुक्त कुल्हाड़ी, कागजात, 2940 रूपये बरामद किए।पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव के निर्देशन में गठित पांच सदस्यीय टीम में प्रभारी निरीक्षक एस बी यादव, उपनिरीक्षक चन्द्र शेखर सिंह, शेष नाथ मिश्र, आरक्षी बिपिन, समशेर बहादुर सिंह ने अथक प्रयास कर चर्चित हत्या कांड का खुलासा तीसरे दिन कर बड़ी सफलता हासिल करने में कामयाबी मिली, तब जाकर पुलिस ने राहत की साँस ली।