मुहर्रम पर नहीं होगा ताजियादारी का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम
मुहर्रम पर नहीं होगा ताजियादारी का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम
कोरोना के मद्देनजर थाना प्रभारी ने पीस कमेटी की बैठक में दिए निर्देश
करमा सोनभद्र (मुस्तकीम खान)। वैश्विक महामारी कॅरोना के चलते इस बार मुहर्रम के त्योहार में ताजियादारी का कोई कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से नही होगा। चौकों पर स्थापित किये जाने वाले छोटे-बड़े ताजियों को जहां प्रतिबंधित कर दिया गया है वहीं ढोल-ताशे भी नही बजेंगे। शासन द्वारा प्रदत्त यह फरमान थाना प्रभारी निरीक्षक देवतानन्द सिंह ने पीस कमेटी की बैठक में सुनाते हुए मुस्लिम बंधुओं से कैरोना महामारी के दौर में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि यह आपके जागरूकता और सहयोग की ही देन है कि करमा क्षेत्र में कॅरोना के केस कम हैं। इसे निरंतर बनाये रखने की जरूरत है।शासन से प्राप्त निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि मुहर्रम में केवल उन्हीं परंपराओं की इजाजत है जो आप अपने घर के अंदर करें। जैसे रोजा रखना, सिरनी-मलीदा बनाकर फातेहा दिलाना, एकांतवास में इबादत करना आदि। सार्वजनिक रूप से अदा की जाने वाली हर कार्यक्रम पर प्रतिबंध रहेगा। यह भी बताया कि क्षेत्र के पगिया, खैराही, बारी महेवा, मोकरसिम, दिलाही, बहेरा, खुठानिया,सरंगा आदि गांवों के मुहर्रम कमेटियों को पुलिस द्वारा शासन से प्राप्त आदेश-निर्देश से अवगत करा दिया गया है।
प्रभारी निरीक्षक देवतानन्द सिंह ने अधिकारियों द्वारा दिये गए निर्देश पर उपस्थितजनों से सहयोग करने की अपील की। साथ ही शासन-प्रशासन के निर्देश से परे रहकर कार्य करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाने की बात भी कही। इस अवसर पर हाफ़िज़ शरीफ खान,मुस्तकीम खान, अब्दुल हलीम खान, उस्मान अली, इलयास अली,शहबान अली, कासिम अली सिराजुद्दीन, शकील अहमद राजू खान, मक्का आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहे।