उत्तर प्रदेशसोनभद्र

फाइलेरिया से मुक्ति को चलाना है महा अभियान: डॉ अश्वनी

0 10 फरवरी से 28 तक चलेगा अभिया दिए गए दिशा निर्देश

 

मुस्तकीम खान,,

सोनभद्र। मुख्य चिकित्सा कार्यालय पर बुधवार को गोष्टी को संबोधित करते हुए सीएमओ डॉक्टर अश्वनी कुमार ने बताया कि प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ०प्र० शासन, चिकित्सा द्वारा मीले निर्देश के क्रम में फाइलेरिया उन्नमूलन हेतु जनपद के ब्लाक-घोरावल में सुभारम्भ किया जाना है वही 10 फरवरी से 28 फरवरी तक एम०डी०ए० अभियान चलाया जाना है। उक्त अभियान में ब्लाक घोरावल के 144 ग्राम सभाओं के समस्त निवासियों को डी०ई०सी एवं एल्बेन्डाजोल की गोली आयु वर्ग अनुसार खिलाई जानी है। जिनमे (कुल जनसंख्या – 328128) सामिल है वही
अभियान में कुल 280 टीमें लगाई गयी हैं, जो घर-घर जाकर लाभार्थियों को अपने सामने दवा का सेवन करायेंगी टीमों के सुपरविजन के लिए 56 सुपरवाईजर नियुक्त किये गये हैं, जिनके द्वारा टीमों का सुपरविजन किया जायेगा। उपरोक्त अभियान में ब्लाक घोरावल की कुल-245 आशा, 53-ऑगनबाड़ी, 45-ए0एन0एम0, 11-आशा संगिनी एवं 262-एन०जी०ओ० सदस्य को लगाया गया है। अभियान के अन्तर्गत कुल-46 बूथ बनाये गये हैं, जिनमें 35-हेल्थ वेलनेस सेन्टर, 8-प्रा०स्वा०केन्द्र एवं 3-सामु०स्वा० केन्द्र पर स्थापित किये गये हैं। अभियान का नेतृत्व ब्लाक अधीक्षक डा० किर्ती आजाद विंद के द्वारा किया जायेगा।
फाइलेरिया (हाथी पाँव) एक लाईलाज बीमारी है। उ0प्र0 के 51 जनपद फाइलेरिया प्रभावित हैं, यह एक संक्रामक रोग है जो धागे जैसी कृमि से होता है एवं क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। संक्रमित मच्छर के काटने के 10-15 वर्षों के पश्चात यह हाथ, पैर, स्तन, अण्डकोष में सुजन तथा पेशाब में सफेद रंग के द्रव (काइलुरिया) एवं लम्बे समय से सुखी खॉसी के रूप में दिखाई देता है। बीमारी से बचाव के लिए वर्ष में एक बार फाइलेरिया रोधी औषधि का सेवन ही एक मात्र उपाय है।
अभियान के अन्तर्गत वर्ष में एक बार आयु वर्ग के अनुसार दवा का सेवन निम्नवत कराया जायेगा। वहीं डॉक्टर अश्वनी कुमार ने बताया कि दवा वितरण को लेकर आयु वर्ग निस्तारण किया गया है जिसमें एक वर्ष से कम वाले बच्चों को दवा नहीं देना है वहीं 1 वर्ष से 2 वर्ष तक आदि टैबलेट 2 वर्ष से अधिक 5 वर्ष से कम एक टैबलेट 5 वर्ष से अधिक 15 वर्ष से कम दो टेबलेट 15 बार से अधिक वाले व्यक्तियों को तीन टैबलेट देना है जिसमें संबंधित बीमारियों से ग्रसित व किसी अन्य बीमारी से चल रहे दवा इलाज गर्भवती महिलाओं को दवा से वर्जित किया गया है वहीं विप इन विभाग जैसे पंचायत राज शिक्षा विभाग आई सी डी एस के सहयोग प्राप्त के साथ हो एवं पांच के द्वारा एक अभियान की मॉनिटरिंग की जाएगी पीसीसी संख्या के द्वारा इस प्रोग्राम के प्रचार प्रसार का कार्य भी किया जाएगा जिसमें नोडल अधिकारी डॉक्टर प्रेमनाथ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी, धर्मेंद्र नारायण श्रीवास्तव जिला मलेरिया अधिकारी अभियान के वही जनपद स्तरीय पर्यवेक्षक हेतु सहायक मलेरिया अधिकारी वी वीडी कंसल्टेंट एवं मलेरिया निरीक्षक को सोपी गई है।

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