अमित के परिजनों की मांग, साजिश का हो पर्दाफाश।
नेशनल प्लेयर अमित की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर उठ रहे सवाल।
अमित का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, मर्डर मिस्ट्री बनी अबूझ पहेली।
शक्तिनगर सोनभद्र। सोनभद्र सटे मध्य प्रदेश राज्य सिंगरौली जिले के 23 वर्षीय राष्ट्रीय शॉट पुट खिलाड़ी अमित वर्मा की भोपाल स्थित सरस्वती नगर आवास व शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने उनके परिवार, दोस्तों और समाज में गहरी निराशा और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। रविवार को अमित का पार्थिव शरीर उनके गृहनगर सिंगरौली लाया गया, जहाँ भारी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुँचे। दुखद यह रहा कि उनके अंतिम संस्कार के दौरान सिंगरौली जिले का कोई भी आला अधिकारी या जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद नहीं था। इस गैरमौजूदगी ने परिजनों और स्थानीय लोगों में नाराजगी और चर्चा को जन्म दिया।मौत का संदेहास्पद पहलू : अमित वर्मा, जो आगामी महीने एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे थे, दिवाली बाद सिंगरौली से भोपाल अपने घर लौटे थे। उनकी अचानक मौत ने उनके परिजनों को हिला कर रख दिया। परिवार का दावा है कि मौत से पहले अमित ने दूध और दलिया का सेवन किया था, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। उनके चेहरे का रंग काला पड़ गया था, जिससे परिवार ने शक जताया कि उन्हें जहर देकर मारा गया है। परिजनों का कहना है कि अमित की सेहत सामान्य थी और वह पूरी तरह स्वस्थ थे। ऐसे में उनकी अचानक मौत के पीछे किसी साजिश का अंदेशा है।
अमित के साथी राहुल का कहना है कि अमित की मौत ने उन्हें सदमे में डाल दिया है, और इस घटना ने परिवारजनों के साथ-साथ दोस्तों में भी शोक और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है।अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की गैरमौजूदगी पर सवाल :अमित वर्मा जैसे होनहार खिलाड़ी की अंतिम यात्रा में किसी भी सरकारी अधिकारी या जनप्रतिनिधि का शामिल न होना एक गंभीर मुद्दा बना रहा। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या समाज और सरकार का कर्तव्य नहीं है कि वे ऐसे राष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मान के साथ विदाई दें? अमित की मौत के बाद भी उनका सम्मान न होना स्थानीय लोगों के लिए चिंता और रोष का विषय बन गया है।
परिजनों की मांग : साजिश का पर्दाफाश हो -परिजनों ने मध्य प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस मामले की गहराई से जांच कराई जाए। परिवार चाहता है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में हर संभावित एंगल से जांच करें और सच्चाई को सामने लाएं। अमित की बहन और माता-पिता ने मीडिया से बातचीत में यह स्पष्ट किया कि वह यह मानने को तैयार नहीं हैं कि अमित की मौत स्वाभाविक थी। उनका मानना है कि इसमें साजिश की बू आ रही है और इस मामले में किसी करीबी व्यक्ति की भूमिका हो सकती है।परिजनों ने मांग की है कि इस मर्डर मिस्ट्री का जल्द से जल्द पर्दाफाश हो, ताकि अमित को न्याय मिल सके। सरकार और पुलिस प्रशासन को जल्द से जल्द इस मामले पर ध्यान देना चाहिए और परिवार की पीड़ा को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।समुदाय की आवाज़ : न्याय की मांग अमित की मृत्यु ने सिंगरौली के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। लोग चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन इसे गंभीरता से लें और न्यायिक प्रक्रिया में तेजी लाएँ। ऐसे होनहार खिलाड़ियों की आकस्मिक मृत्यु पर ध्यान देना और उनकी मौत के कारणों की निष्पक्ष जांच करना सरकार का दायित्व है।परिवार और समुदाय के लोग यह आशा कर रहे हैं कि अमित की इस “मर्डर मिस्ट्री” का पर्दाफाश होगा और सच्चाई जल्द सामने आएगी। अमित के परिवार की न्याय की इस मांग में पूरा समुदाय उनके साथ है, और सभी को उम्मीद है कि अमित की मौत का कारण जल्द ही सामने आएगा ताकि उनके परिवार को न्याय मिल सके और इस दुखद घटना की पुनरावृत्ति न हो।