डीएम साहब कब होगी कार्यवाही
डीएम साहब कब होगी कार्यवाही
मुख्यविकास अधिकारी ने जाँच करा कर नही किया कोई कार्यवाही जाँच संदेहास्पद-सावित्री देवी
19.63 लाख रूपये के लागत से बनी आरसीसी द्वारा पुलिया चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट
सोनभद्र- मुख्यमंत्री लाख भ्रष्टाचार मुख्य प्रदेश की बात करते हो लेकिन सोनभद्र में बड़े से बड़ा घोटाला कर ढकार जाने वाले कुछ अधिकारी है।विकास खण्ड चोपन के ग्राम पंचायत बिल्ली मारकुंडी के डाला वैष्णो मंदिर के पीछे दो मुँहवा नाले पर आरसीसी द्वारा बने पुलिया व सुरक्षा दिवाल विधायक ओबरा संजीव गौड़ के संतुष्टि पर उनके निधी वित्तीय वर्ष 2016/17 मे रूपये 19.63 लाख लागत से कार्य प्रभारी आकाश चंद्र व अवर अभियंता सजंय कुमार की देख रेख में बनी है जो कि
भष्टाचार के भेंट चढ़ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है इस कार्य में मानक गुणवत्ता को दर किनार कर व्यापक पैमाने पर लाखों का भष्टाचार किया गया है। जिससे वजह से पुलिया क्षतिग्रस्त हो गया है जिसकी वजह से स्थानीय निवासियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।ग्रामीणों की सूचना पर महिला सुरक्षा एवं जन सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष सावित्री देवी ने स्थलीय निरीक्षण कर स्थल की फोटो ग्राफी लेकर शिकायत पत्र जिलाधिकारी सोनभद्र को 1 अगस्त 2019 को दिया गया था जिसकी जाँच उन्होने मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र को दिया उसके बाद उक्त प्रकरण के संबंध में कार्यालय पत्र संख्या 899/अभि0-वि0नि0ध0/जाँच/2019-20 दिनांक 17/08/2019 के द्वारा परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण व अधिशासी अभियंता प्रांतीय खण्ड लोक निर्माण विभाग व सहायक अभियंता जिला ग्राम्य विकास अभिकरण सोनभद्र की त्रिस्तरीय टीम द्वारा गठित कर मौके पर भेज जाँच करवाया गया था।जिसके बाद जाँच अधिकारी द्वारा कार्यालय पत्र संख्या-1021 दिनांक 31/08/2019 को मुख्य विकास अधिकारी को सौंपा गया जिससे लोगों ने सोचा कि कुछ कार्यवाही होगा लेकिन वही हुवा जो हमेशा होता रहा है।सावित्री देवी ने कहा आज पूरा 8 माह बीत जाने के बाद भी कार्यवाही न होना अधिकारी की भूमिका संदेहास्पद है आखिर इस मामले पर कार्यवाही क्यो नही हुयी सरकार के पैसा का दुरुप्रयोग कुछ अधिकारियों की वजह से हो रहा है इस पुलिया की जाँच 2 बार हुयी है।जाँच हुयी जाँच रिपोर्ट भी आयी लेकिन कार्यवाही नही हुयी।आज पुनः मौके पर जा कर तत्कालीन फ़ोटो लेकर इस पूरे मामले को जिलाधिकारी सोनभद्र को मेल व पत्र से यह मांग करती हूं कि इस पूरे भ्रष्टाचार के मामले में अपने स्तर से निगरानी करते हुये जाँच करवाया जाये व दोषी पाये जाने वाले कार्य प्रभारी व अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार विभागीय कार्यवाही किया जाये साथ ही इस शिकायत में लापरवाही बरतने वालों के ख़िलाफ़ भी विचार करे।