कोन लैम्पस में खाद नही मिलने से हल्कान हुए किसान
कोन लैम्पस में खाद नही मिलने से हल्कान हुए किसान
★नही हुआ सोसल डिस्टेंसिंग का पालन
★लैम्पस पर हजारो की संख्या में उमड़े किसान
कोन(ब्यूरो चीफ/जयदीप गुप्ता)। स्थानीय लैम्पस पर उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया जब रविवार को खाद खरीदने के लिये हजारो की संख्या में किसान एकत्रित हो गए और खाद लेने के लिए हंगामा शुरू कर दिया साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और माश्क लगाना भी लोग भूल गए। वही लैम्पस सचिव रामप्रीत पटेल का कहना था कि हमारे पास मात्र 215 बोरी खाद का स्टॉक आया है और खाद लेने के लिए आठ ग्राम पंचायत कोन, खेतकटवा,मिश्री,देवाटन, खरौंधी,रोरवा,बरवाखाड़ और मिटीहिनिया के लगभग एक हजार किसान पहुच चुके है आखिर किस तरह से खाद वितरण किया जाय।जबकि स्थिति बेकाबू देख सचिव थाने जाकर खाद वितरण के लिए फ़ोर्स की मांग की जिसके बाद मौके पर पहुची पुलिस को भी किसानों के हंगामा के बीच सफलता नही मिला और खाद वितरण नही कराया जा सका वहीं किसानो का हंगामा शुरू रहा हरीशंकर वर्मा,डब्लू,रामलखन,राजेश,आनंद,हातिम अली समेत सैकड़ो किसान का कहना था कि सचिव द्वारा
रविवार को खाद देने की बात कही गयी थी जिसके बाद हमलोग सुबह से ही यहा पर आये है लेकिन खाद नही मिला।वही मौके पर पहुचे व्यापार मंडल अध्यक्ष विजय शंकर जायसवाल ने सचिव् को सुझाव देते हुए एक सूची बनाकर खाद वितरण करने की बात कही उन्होंने कहा कि जो किसान को अब तक एक बार भी खाद नही मिली है कम से कम उन्हें तो खाद मिलना चाहिए वही कई किसानों का कहना था कि इस आपदा की घड़ी में बस खेती किसानी ही एक सहारा है अगर समय से खाद नही मिला और खेतों में नही डाला गया तो हमलोगों की फसलें बर्बाद हो जायेगी और सारे किसान भूखे मरने को बेबस हो जाएंगे।