दिव्यांग शिक्षकों की बर्खास्तगी पर उठे सवाल
दिव्यांग शिक्षकों की बर्खास्तगी पर उठे सवाल
सोनभद्र::उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेश कुमार पांडेय ने बीते दिनों बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिले में कार्यरत चार दिव्यांग शिक्षकों की सेवा समाप्ति करने को घोर चिंतनीय प्रकरण बताया है।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेश कुमार पांडेय ने कहा कि उक्त प्रकरण के संदर्भ में कुछ महीने पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को अवगत कराया गया था जिसमें उन्होंने सक्षम अधिकारी को निर्देशित किया था कि किसी भी दिव्यांग अध्यापक के प्रमाण पत्र की जांच व उसको निरस्त किए बिना वेतन अवरुद्ध नहीं किया जाएगा और न ही नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा, लेकिन बीते दिनों सोशल मीडिया पर जो पत्र वायरल हुआ है उसको देखकर विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। वहीं उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ इस कार्यवाही की घोर निंदा करता है।
जिलाध्यक्ष ने विभागीय अधिकारियों को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए कहा कि “चारो बर्खास्त अध्यापक पिछले चार वर्ष से नौकरी कर रहे हैं, ऐसे में क्या नौकरी देते समय विभाग के अधिकारी उनके प्रमाण पत्रों की जांच किए बगैर ही वेतन निर्गत कर रहे थे। इसके अलावा क्या किसी जिले के सीएमओ या सक्षम अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र को किसी दूसरे जिले के सीएमओ द्वारा प्रमाण पत्र को निरस्त किया जा सकता है? क्या उस सक्षम अधिकारी या मेडिकल बोर्ड के डाक्टर पर कोई कार्यवाही की गई जिसने इनके प्रमाण पत्र को जारी किया था? क्या उन अधिकारियों के ऊपर कोई कार्यवाही की गई जिन्होंने इनके प्रमाण पत्र को गोपनीय तरीके से सत्यापित कराते हुए नौकरी दिए थे और पिछले 4 वर्ष से वेतन दे रहे थे?