17,सितम्बर,अदभुत भगवान विश्वकर्मा।एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयंती एक साथ।
जूही खान,
पिपरी सोनभद्र आज विश्वकर्मा जयंती है । ये सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। इसे विश्वकर्मा जयंती के नाम से भी जानते है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चथुर्थी को मनाया जाता है।
बहुत सी मिथ्या है। कहते है 17 सितंबर दिन मंगलवार सुर्य की कन्या संक्रांति पर विश्वकर्मा पूजा का कार्यक्रम होता है।
निर्माण के देवता सफ़ल जगत के सृष्टी कर्ता भगवान विश्कर्मा के पूजनोत्सव एवं जयंति के अवसर पर 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा की पूजा करने से व्यापार मे तरक्की और शुभ फल की प्राप्ति होती है ।इसलिय इस दिन भूल कर भी औज़ारो और मशीनों का अपमान नही करना चाहिए। अन्यथा भागवान विश्वकर्मा के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।
औज़ारो की अछि तरह साफ सफाई ज़रुरी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार ,भगवान विश्वकर्मा ब्रहमा जी के पुत्र वास्तु के पुत्र है। जो वास्तु कला के अद्वितिय गुरु है। उनको देव शिल्पी भी कहा जाता है। विधि विधान से पूजा करने पर व्यक्ति का घर धन धान्य से भर जाता है।
सौभाग्य से हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का भी जन्म दिवस आज ही है ।अर्थात आज के ही दिन उनका भी जन्म हुआ था।जिससे आज का दिन और भी महत्वपूर्ण हो गया है।
आ
अदारर्णनिय प्रधानमंत्री जिको उनके जान।ओ दिवस पर ढेरसरी शुभकामनाएं।
जूही खान ।