*पत्थर खदान के मजदूर वं टिपर चालकों ने किया काम का बहिष्कार*
अनिल जायसवाल (संवाददाता)
डाला सोनभद्र – स्थानीय खादान क्षेत्र के इटेंडरिंग तीन नम्बर में मजदूरो ने काम न मिलने पर काम का किया बहिस्कार। वही टिपर चालको व टिपर मालिकों ने भाड़ा अचानक कम होने से काम करने से मना कर दिया।
जानकारी के अनुसार शनिवार को सुबह खदान में काम करने जा रहे मजदूरों व टिपर चालको ने खादान पर पहुंचते ही काम का बहिष्कार कर दिया। वही पेटिदारो ने बताया कि हम सभी को साल भर पहले काम के लिए 600 रुपया पेटी रेट मिला करता था। वही अब इटेंडरिंग में 550 मिल रहा है जिसमे मटेरीयल ब्लास्टिंग हेतु जो 15 रुपये मिला करते थे अब बढा कर 17 रुपये कर दिए गए ऐसे में काम करना मुमकिन नही है। वही लेबरों का मेठ सुकालू प्रजापति निवासी टापू ने बताया कि मैं 15 लेबर लेकर आता हूं व दिन भर में 4 से 5 टिपर लोडिंग कर पाता हूँ। सभी होल भरने का काम लेबर करते है व ब्लास्टर फोरमैन बैठे रहते है । बबई निवासी बसुधा ने बताया कि मैं 20 लेबर लेकर आता हूं व दिन भर में 5 गाड़ी लोड कर पाता हूं।गाड़ी भाड़ा भी अपने पास से देना पड़ता है। बंधु निवासी सलखन ने बताया कि मैं 20 लेबर लाता हु ,इस प्रकार लेबरों ने मशीनों के चलने का विरोध जताया कि हम सभी को काम मिलने के बाद ही मशीनों का प्रयोग करें । हम लोग की कमाई नही हो पाती। दूर से आने के बाद खाली हाथ लौटना पड़ता है। हम सभी को खादान में जूता बेल्ट कुछ भी नही दिया जाता । खादान मालिक हम सभी को 400 रुपया मजदूरी दे । फिर मशीन से काम चलाये। हम सभी को कोई एतराज नही है।वही टिपर मालिकों का कहना है कि जब डीजल 60 रुपया प्रति लीटर थी तो 300 रूपता प्रति सैकड़ा भाड़ा मिलता था। अब डीजल लगभग 84 रुपया हो गया तो हम सभी को 200 रुपये सैकड़े भाड़ा दिया जाने लगा। ऐसे में हम सभी कहाँ जायँ। अगर बढा नही सके भाडा तो कम भी नही करना चाहिए। स्थानीय पेटिदार, गाड़ी मालिक, ड्राईवर, मजदूरों ने बताया कि यदि सुनवाई नही होगी तो काम भी हम लोग नही करेंगे।