त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अधिसूचना आरक्षण जारी होने के बाद गांव में सरगर्मी तेज*
अशोक मद्धेशिया
संवाददाता चोपन
निर्वाचन आयोग द्वारा सभी सभी गांव का आरक्षण जारी करने के बाद गांव में प्रत्याशियों और उनके समर्थकों द्वारा गांव वासियों से मिलना जुलना और चढ़ा चढ़ा को प्रलोभन लालच देना शुरू कर दिए हैं सुबह हो या शाम हर जगह गांव के नुक्कड़ चट्टी चौराहों पर प्रत्याशियों के समर्थकों और प्रत्याशी द्वारा अपनी विजय सुनिश्चित कराने के लिए उन्हें तरह-तरह के आश्वासन दे रहे हैं कहीं-कहीं तो चुपके चोरी पार्टी का दौर भी चल रहा है ।
इनके तरह-तरह के प्रलोभन व लालच के चक्कर में फंसकर गलत मतदान ग्राम वासियों द्वारा कर दिया जाता है जिसके कारण इमानदार कर्मठ प्रत्याशी चुनाव लड़ कर भी मुंह के बल गिर जाता है और दुखी हो जाता है इसका मूल कारण है कि आज भी गांव में ज्यादातर लोग समझदार कम है क्योंकि अधिकतर गांव में आदिवासी जनजाति गोंड बैगा खरवार चेरो हरिजन बाहुल्य क्षेत्र हैं किसी किसी गांव में पिछड़ी और फॉरवर्ड की संख्या है।
जबकि शासन जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन द्वारा थानों में और जगह जगह जन चौपाल लगाकर सम्मानित प्रबुद्ध वर्ग आम जनमानस तथा प्रत्याशी स्थानीय नेता व ग्रामीण मतदाताओं को समझाया जा रहा है कि सभी लोग निर्वाचन आयोग और शासन के आदेशों को मानते हुए सही तरीके से मतदान और प्रचार करें जिससे आपका गांव विकास की ओर हो और यह तभी संभव है जब आप सभी सही और इमानदार प्रत्याशी को चुनकर अपना प्रधान बीडीसी जिला पंचायत सदस्य चुनेंगे ।
इस संबंध में जिला अधिकारी/पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थानों में शासन के निर्देशों को अवगत कराते हुए निर्देशित कर रहे हैं कि जो भी थाना अध्यक्ष या पुलिसकर्मी अपने कार्यों में लापरवाह पाए गए तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही होगी यदि कोई प्रत्याशी किसी भी तरह का ग्रामीण मतदाताओं को प्रलोभन देते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी रासुका की कार्यवाही होगी इसलिए सभी लोग सचेत होकर शासन और निर्वाचन आयोग के आदेशों का पालन करते हुए सही तरीके से चुनाव लड़े और मतदाता सही मतदान करें।