बच्चों को कुपोषित होने से बचाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी होती है :- राजकुमार अग्रहरि
सेराजुल हुदा
दुद्धी सोनभद्र | स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर चेयरमैन दुद्धी राजकुमार अग्रहरि ने छोटे-छोटे बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ किया | उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने की जिम्मेदारी केवल परिवार की नहीं बल्कि सरकार भी समय-समय पर डब्ल्यूएचओ के माध्यम से करती रहती है इसी कड़ी में बच्चों को पेट में कीड़े की दवा खिलाकर उन्हें कुपोषण से बचाने का अभियान का शुरुआत कर दिया गया है और यह अभियान सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर चलता रहेगा जिससे बच्चों के अंदर बीमारियों से लड़ने की क्षमता बनी रहे और उनका पूरा विकास होता रहे | इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी के अधीक्षक डॉक्टर शाह आलम अंसारी ने कहा कि ( 1-19 ) वर्ष तक के बच्चों मैं कुपोषण का रोग पाया जाता है इसलिए कुपोषण से बचाने के लिए एल्बेंडाजोल की दवा दी जाती है | बच्चों के पेट के अंदर कृमि हो जाने से उनके शरीर का पोषक पदार्थ ले लेते हैं जिससे बच्चों को अच्छे भोजन देने के बाद भी उनके शरीर का विकास रुक जाता है इसलिए इस रोग से बचाने के लिए एल्बेंडाजोल की दवा दी जाती है | राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस ( 20 जुलाई ) को सभी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी शुरुआत कर दी गई | बच्चों को दवा खाने के बाद अगर कोई साइड इफेक्ट होता है तो उससे बचाने के लिए डॉक्टरों की दो मोबाइल टीम का गठन किया गया है जिसमें डॉक्टर संजय गुप्ता, डॉक्टर गौरव सिंह व डॉ दिलीप कुमार मौजूद रहेंगे जो पूरे क्षेत्र में भ्रमण कर इस कार्यक्रम को पूरी तरह सफल बनाएंगे |और मै भी इस कार्यक्रम पर पूरी तरह से नजर रखूंगा ताकि कार्यक्रम को पूरी तरह सफल बनाया जा सके और बच्चों व किशोरों मे होने वाले कृमि रोग से उन्हें बचाया जा सके |