*भ्रष्टाचार में लिप्त योगी सरकार को 2022 के चुनाव में युवा पीढ़ी देगी मुँहतोड़ जवाब: अनुराग पांडेय

*भ्रष्टाचार में लिप्त योगी सरकार को 2022 के चुनाव में युवा पीढ़ी देगी मुँहतोड़ जवाब: अनुराग पांडेय
जिलाध्यक्ष-छात्र युवा संघर्ष समिति (CYSS) सोनभद्र*उत्तर प्रदेश के नौजवानों को नालायक समझने की भूल ना करें योगी सरकार, जो सरकार बना सकते है वो गिरा भी सकते है उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने भ्र्ष्टाचार की परकाष्ठा पर कर दी है। मजदूरों व किसानों के बाद अब नौजवानों के साथ भी छलावा कर रही है। जिन नौजवानों के कंधे पर बैठकर 2017 में योगी सरकार सत्ता में आई थी, आज उन्ही नौजवानों को योगी सरकार नालायक समझती है। शनिवार को आम आदमी पार्टी छात्र विंग (सीवाईएसएस) जिला सोनभद्र के जिलाध्यक्ष अनुराग पांडेय ने छात्र युवाओं की आयोजित बैठक में अपने बयान में कहा। उन्होंने कहा कि ‘आप’ उत्तर प्रदेश छात्र संगठन (सीवाईएसएस) के अध्यक्ष वंशराज दुबे ने बीते गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश में युवाओं के साथ भर्तीयों के नाम पर योगी सरकार द्वारा किए गए भ्र्ष्टाचार से जुड़े कई मुद्दों को मीडिया के सामने रखा।जिलाध्यक्ष ने कहा योगी आदित्यनाथ चुनाव से पहले कहा था कि सत्ता में आने के 3 महीनें के अंदर उत्तर प्रदेश में जो भर्तियां रुकी पड़ी है उन्हें भरने का काम करेगी, लेकिन आज साढ़े तीन साल बीत गए अब तक कोई भर्तियां नहीं हुई। योगी सरकार का ये वादा भी चुनावी जुमला निकला। आज उत्तर प्रदेश के अंदर बेरोजगारों के माँ-बाप की गाढ़ी कमाई से योगी जी भ्रष्टाचार से खाली हुए खाजने को भरने का काम कर रहे है।उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नौजवानों व बेरोजगारों को गुमराह किया जा रहा है। भर्तियों के नाम पर उन्हें ठगने का काम किया जा रहा है। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में 2017 से लेकर 2020 तक भर्ती निकाली 12 कुल, कुल पद 11022 और फॉर्म भरे गए लगभग 51 लाख। उन अभ्यार्थियों के फॉर्म भरने से लेकर परीक्षा देने तक का खर्चा प्रति नौजवान यदि 2000 रुपये खर्चा जोड़ा जाए तो मोटा मोटा लगभग 10 अरब 20 करोड़ होते हैं और नियुक्तियां एक भी नहीं हुई।वर्ष 2018 में ग्राम विकास अधिकारी (VDO) में 2953 पदों के लिए भर्तियां निकली गई थी। लगभग 14 लाख बच्चों ने इसका फॉर्म भरा। 9-10 लाख बच्चों ने इसकी परीक्षाएं दी, 185 रुपये प्रति छात्र फीस लेकिन चयनित होकर भी दर-दर भटक रहेे है छात्र।पुलिस विभाग में दो भर्ती आई थी कुल 91 हजार भर्तियां थी जिसमें 48 लाख नौजवानों ने फॉर्म भरा था और फिर लगभग एक अरब 92 करोड़ नौजवानों ने फीस भरी। वहीं वर्ष 2019 में जेल वार्डन के लिए 5805 भर्तियां निकाली, फॉर्म भरे गए लगभग 6 लाख, 400 रुपये प्रति छात्र फीस, लगभग 24 करोड़ रुपये सरकार खाते में गए और आज तक वो भर्ती सफल नहीं हुई।उन्होंने कहा कि योगी जी ने बेरोजगारों को रोजगार तो नहीं दिया बल्कि उल्टा उनसे ही भर्तीयों के नाम पर अरबों रुपये लूट लिए। इन तमाम मसलों को लेकर 25 नवंबर को आम आदमी पार्टी की छात्र संगठन सीवाईएसएस उत्तर प्रदेश प्रभारी व सांसद श्री संजय सिंह जी, प्रदेश अध्यक्ष श्री सभाजीत सिंह जी और पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेतागण नेतृत्व में लखनऊ में एक महासम्मेलन का आयोजन करने जा है। इस सम्मेलन में प्रदेश के सभी नौजवान हिस्सा लेंगे और छात्रों और नौजवानों से जुड़े तमाम मुद्दों पर विचार करेंगे। योगी सरकार ने जिस तरह नौजवानों को ठगने का काम किया है, उनकी जवाबदेही भी तय करेंगे।
बैठक में एवं कई युवा छात्र मौजूद रहे।