एक माह में दो तेंदुए की मौत, मारकुंडी घाटी मे एक मृत तेंदुए का डीएफओ के मौजूदगी मे किया गया दाह संस्कार

(अशोक मदेशिया,क्राइम जासूस)
गुर्मा/सोनभद्र।
एक माह के भीतर दो तेंदुए की मौत से जिले मे मचा दहशत,वन विभाग द्वारा जिले की किसी प्रभाग मे तेंदुए की सर्व मे मौजदूगी नही होने की बात कही जा रही थी।
पहली घटना 28 जनवरी को म्योरपुर के जंगल मे शिकारियो के जाल मे फंसकर तेंदुए की दर्दनाक मौत से वन विभाग मे मचा हडकंप का मामला शांत नही हुआ की एक माह की भीतर सेंचुरी रेंज गुरमा अंतर्गत मारकुंडी घाटी में सोन इको प्वाइंट के समीप बुधवार की रात लगभग नव बजे एक आज्ञात ट्रक की चपेट में आकर एक तेंदुआ की मौत हो गई। बताया जाता है की तेंदुआ मारकुंडी घाटी पार करने लगा इसी दौरान किसी आज्ञात ट्रक के चपेट मे आकर सिर पर तेज धक्के से जख्मी होकर मौके पर ही मौत हो गई। तेंदुए की मौत की खबर सुनते ही स्थानीय ग्रामीणो मे अफरा तफरी मच गया आसपास के ग्रामीणो एंव राहगीरों की भीड़ मौके पर उमड पड़ी कुछ लोग मौके पर पहुंच कर मृत तेंदुए की शव के साथ सेल्फी लेने लगे। सूचना पर तत्काल गुरमा रेंजर चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी रेज के टीम के साथ मौके पर पहुंचकर स्थित से अवगत होते हुए मृत तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई में जुट गए। वही ग्रामीण को अंदेशा है की मृत तेंदुए का जोडा भी साथ रहा होगा तो मृतक तेंदुए की खोज मे आप-पास भटकेगा उस दौरान आबादी क्षेत्र मे हिंसक भी हो सकता है। स्थानीय लोग अपने घर के सदस्यो को मारकुंडी घाटी तथा जंगल के आस-पास रात्री के समय अकेले ना निकलने का सलाह दे रहे है। वही गुरमा रेंजर चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी ने बताया की मृत तेंदुआ नर प्रजाति का है जिसका पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराकर नियमसंगत डीएफओ कैमूर-मीरजापुर अरविंद कुमार यादव तथा वार्डन चुर्क के मौजूदगी मे उनके चुर्क कार्यालय परिसर मे अंतिम संस्कार कर दिया गया है।